Iodine Deficiency: आयोडीन ( Iodine) की कमी से शरीर को कई सारी समस्यायों का सामना करना पड़ सकता है। ये हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद अहम पोषक तत्व होता है। Iodine एक ऐसा मिनरल होता है जो थायराइड बनाने के लिए बेहद जरूरी होता है। यदि शरीर इसकी कमी हो जाए तो आपको सेहत से जुड़ी कई सारी समस्यायों का सामना करना पड़ सकता है।
आयोडीन की कमी के वजह से ही थायराइड ग्लैंड ठीक से काम नहीं कर पाता है और थायराइड से जुड़ी परेशानियां शुरू हो सकती हैं। इसलिए शरीर में आयोडीन की सही मात्रा होना बेहद जरूरी है।
थायराइड हार्मोन मेटाबायोलिजम, ब्रेन के विकास और शारीरिक ग्रोथ के लिए बेहद आवश्यक होता है। इनकी कमी से स्वास्थ्य को कई सारी समस्याएं झेलनी पड़ सकती हैं। वहीं, ये स्वास्थ्य पहलुओं में नकारात्मक प्रभाव डालता है। इसकी कमी से शरीर में कई लक्षण नजर आना शुरू हो जाते हैं। जिन की वजह से आप इनकी पहचान भी कर सकते हैं। जानिए कि आयोडीन की कमी से शरीर में किस तरह के लक्षण दिखाई दे सकते हैं:
बाल झड़ना
आयोडीन की कमी की वजह से बाल टूटने और झड़ने की समस्या हो सकती है। थायराइड हार्मोन बालों के फॉलिक को बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं। इनकी कमी यदि शरीर में हो जाए तो बाल टूट और झड़ सकते हैं। वहीं, ये ज्यादा बढ़ जाए तो गंजेपन का शिकार भी हो सकते हैं।
याददस्त में कमी हो जाना
आयोडीन की कमी की वजह से थायराइड हार्मोन ठीक से नहीं कर पाता है। थायराइड हार्मोन की कमी की वजह से दिमाग पर असर डालता है। जिस पर कॉग्निटिव फंक्शन कमजोर हो सकते हैं। इस कारण ब्रेन फॉग, याददास्त कमजोर होने जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
गोइटर
आयोडीन की कमी के कारण गोईटर की समस्या हो सकती है। इसके होने से गर्दन में सूजन या लंप बन जाता है। जो थायराइड ग्लैंड में सूजन का कारण भी बन सकता है। इसके बढ़ने से बोलने में तकलीफ और दर्द की समस्या का सामना भी करना पड़ सकता है।
तेजी से वेट का बढ़ना
आयोडीन की कमी के कारण थायराइड ग्लैंड बेहतर तरह से काम नहीं कर पाता है। इसी कारण मेटाबायोलिजम भी प्रभावित होता है। जिस कारण से वेट तेजी से बढ़ सकता है। मेटाबायोलिजम स्लो होने के कारण कैलोरी को बर्न नहीं कर पाता है। इसलिए आयोडीन की कमी के कारण वेट बढ़ने की प्रोब्लम हो सकती है।