AAP में शामिल पंजाब के पूर्व विधायक जीपी का कांग्रेस पर हमला..बोले- कांग्रेस में हर नेता परिवार की सोचता है

पंजाब राजनीति
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Punjab News: ‘आप’ में शामिल पंजाब के पूर्व विधायक जीपी का कांग्रेस पर हमला हैं। बोले कि कांग्रेस में हर नेता परिवार की सोचता है। पंजाब के फतेहगढ़ साहिब से कांग्रेस के पूर्व विधायक गुरप्रीत सिंह जीपी (Gurpreet Singh GP) शनिवार को आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं। चंडीगढ़ में सीएम भगवंत मान (CM Bhagwant Mann) ने उन्हें पार्टी में शामिल करवाया। वह आप की तरफ से फतेहगढ़ से लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में उम्मीदवार हो सकते हैं। जीपी फतेहगढ़ साहिब कांग्रेस के जिलाध्यक्ष थे।
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पार्टी में शामिल होने के बाद जीपी ने कहा कि कांग्रेस (Congress) में अनुशासन नहीं है। उन्हें हराने के लिए पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने अपने भाई को मैदान में उतारा। हाईकमान ने भी कोई सुनवाई नहीं की। जब वे रोजाना गांवों में जाते हैं तो आम लोग भी पूछते हैं कि कांग्रेस वाले तो आपस में लड़ते रहते हैं। जीपी ने कहा कि कांग्रेस में परिवारवाद है। हर नेता परिवार की सोचता है।

उन्होंने कहा कि उन्हें सीएम भगवंत मान (CM Bhagwant Mann) का काम अच्छा लगा। आप में परिवारवाद वाली कोई बात नहीं है। ग्राउंड लेवल पर सभी मंत्री काम करते हैं। इसे देखते हुए वे आप में आए।

पार्टी को मिलेगी मजबूती

मंत्री मीत हेयर (Minister Meet Hayer) ने कहा कि जीपी के आने से आप को मजबूती मिलेगी। पूरे फतेहगढ़ साहिब जिले में आम आदमी पार्टी मजबूत होगी। लोकसभा चुनावों में काफी फायदा होगा। जीपी को टिकट देने के सवाल पर मंत्री ने कहा कि यह हाईकमान का फैसला है। जीपी को टिकट की सभी अफवाहें हैं।

जीपी साल 2017 में बने थे विधायक

गुरप्रीत सिंह जीपी (Gurpreet Singh GP) मोहाली के रहने वाले हैं। उन्हें 2017 में विधानसभा चुनाव में बस्सी पठाना से कांग्रेस ने टिकट दी थी। जीपी ने ‘आप’ के संतोख सिंह सलाना और अकाली दल के दरबारा सिंह गुरु को हराया था। वहीं 2022 के चुनाव में वह ‘आप’ के रूपिंदर सिंह हैप्पी से हार गए थे।

गुरप्रीत सिंह जीपी को ज्यादा नाराजगी पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी से है। क्योंकि चन्नी के भाई डॉक्टर मनोहर सिंह भी बस्सी पठाना से कांग्रेस की टिकट मांगते थे। उस समय बड़ी मुश्किल से जीपी को टिकट मिली थी। फिर चन्नी के भाई आजाद चुनाव लड़े थे। गुरप्रीत सिंह जीपी साल 2022 में हारने की वजह चन्नी के भाई को मानते हैं। जीपी इस वजह से नाराज हैं कि पार्टी हाईकमान ने चन्नी के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया।

टिकट से किया इनकार

प्राप्त जानकारी के मुताबिक कांग्रेस ने गुरप्रीत सिंह जीपी (Gurpreet Singh GP) को मनाने के लिए फतेहगढ़ साहिब जिला अध्यक्ष बनाया था। बताया जा रहा है कि अब जीपी फतेहगढ़ साहिब से लोकसभा टिकट मांग रहे थे तो पार्टी ने उन्हें इनकार कर दिया था। जिस वजह से वे पार्टी छोड़ गए।