Bihar News: बिजली उपभोक्ताओं के लिए मासिक विपत्रीकरण हेतु टैरिफ का निर्धारण माननीय बिहार विद्युत विनियामक आयोग द्वारा किया जाता है। राज्य में बीपीएल श्रेणी के कुल लगभग 59 लाख उपभोक्ता हैं, जिनमें से 10 लाख उपभोक्ताओं ने अपने परिसर में स्मार्ट मीटर लगवाए हैं।
ये भी पढ़ेः Bihar विधानसभा का शीतकालीन सत्र..सर्वहित वाले कई बिल लाएगी नीतीश सरकार
माननीय ऊर्जा मंत्री, बिजेन्द्र प्रसाद यादव ने बताया कि राज्य के बीपीएल परिवारों को अत्यंत सस्ती बिजली उपलब्ध कराने के लिए निर्धारित टैरिफ (बिजली दर) में से अधिकांश हिस्से (73.4%) पर राज्य सरकार द्वारा अनुदान दिया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि बिहार में लोगों को पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश जैसे बड़े पड़ोसी राज्यों की तुलना में सस्ती बिजली उपलब्ध कराई जा रही है।
राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री विद्युत उपभोक्ता सहायता योजना के तहत राज्य के विद्युत उपभोक्ताओं को वित्तीय वर्ष 2024-25 हेतु 15,343 करोड़ रुपये का अनुदान स्वीकृत किया गया है। इस प्रकार, बीपीएल श्रेणी के उपभोक्ताओं के लिए विनियामक आयोग द्वारा निर्धारित विद्युत दर ₹7.42 प्रति यूनिट में से ₹5.45 प्रति यूनिट का वहन राज्य सरकार द्वारा किया जाता है, जिसके परिणामस्वरूप इस श्रेणी के उपभोक्ताओं से केवल ₹1.97 प्रति यूनिट की दर से विपत्रीकरण किया जाता है।
उपभोक्ताओं को स्मार्ट प्रीपेड मीटर से रिचार्ज करने के लिए उनके आवास पर ही मीटर रीडर द्वारा रिचार्ज की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। इसके अतिरिक्त, बिजली बिल कलेक्शन काउंटर, पंचायत स्तर पर कार्यरत कॉमन सर्विस सेंटर (CSC), स्मार्ट मीटर मोबाइल ऐप और अन्य विभिन्न ऑनलाइन माध्यम भी उपलब्ध हैं।
स्मार्ट प्रीपेड मीटर का बैलेंस उपभोक्ता के 7 दिन के औसत खपत से कम होने पर एसएमएस (SMS) के माध्यम से सूचना भेजी जाती है। बैलेंस शून्य होने पर फिर से सूचना दी जाती है, जिसके बाद ग्रामीण क्षेत्रों में पाँचवे दिन और शहरी क्षेत्रों में तीसरे दिन केवल कार्य दिवस में, पूर्वाह्न 10 बजे से 02 बजे अपराह्न तक विद्युत विच्छेदन किया जाता है। इसके अलावा, ग्रामीण क्षेत्रों के उपभोक्ताओं के स्मार्ट प्रीपेड मीटर में पुश बटन की सुविधा दी गई है, जिससे उपभोक्ता 72 घंटे (3 दिन) तक निगेटिव बैलेंस रहने पर भी अपनी बिजली आपूर्ति चालू रख सकते हैं।
ये भी पढ़ेः Bihar के Vaibhav Suryavanshi..सिर्फ 13 साल की उम्र में करोड़पति बने
इसके अतिरिक्त, विद्युत कंपनियों द्वारा स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने से पहले उपभोक्ताओं को इसके कार्यप्रणाली के बारे में अवगत कराए जाने का निर्णय लिया गया है। इसके अंतर्गत, स्मार्ट प्रीपेड मीटर के अधिष्ठापन से पूर्व उपभोक्ताओं को जागरूक करने के लिए व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। उपभोक्ताओं के परिसर या सरकारी भवनों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर के साथ पुराने मीटर भी रखा जा रहा है, ताकि उपभोक्ता स्मार्ट प्रीपेड मीटर के माध्यम से हो रही खपत की तुलना कर वास्तविक खपत के बारे में संतुष्ट हो सकें।