Jyoti Shinde,Editor,khabrimedia.com
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल(Bhopal) से बड़ी ख़बर सामने आ रही है। पीपुल्स मॉल के पीछे 10 से 14 जून तक पं. प्रदीप मिश्रा की श्री शिव महापुराण कथा का आयोजन होने जा रहा है। आयोजन समिति ने 3 से 5 लाख तक लोगों के आने का अनुमान लगाया है। ऐसे में सवाल यही है कि पहले ही वाहनों का दबाव झेल रहे करोंद चौराहे पर हर घंटे करीब 15 हजार से ज्यादा वाहन गुजरते हैं। इससे दिनभर में कई बार जाम के हालात बनते हैं। ऐसे में अगर 5 लाख लोग मध्यप्रदेश के अलग-अलग राज्यों से यहां पहुंचेंगे तब क्या स्थिति होगी..इसका अंदाज़ा लगाया जा सकता है।
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हालांकि व्यवस्था करीब 7 लाख तक लोग के हिसाब से की जा ही रही है। समिति ने पुलिस के साथ मिलकर ट्रैफिक प्लान भी तैयार किया है। आयोजन समिति ने करीब 30 हजार दो-पहिया व चार पहिया वाहनों की पार्किंग व्यवस्था की है। 200 एकड़ में 13 पार्किंग पाॅइंट बनाए हैं। इन तक पहुंचने के लिए 8 रास्ते दिए गए हैं।
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ट्रैफिक डीसीपी मृगाखी डेका के मुताबिक कथा में एक दिन में अधिकतम 12 हजार वाहन आने का अनुमान है। इस पर एक्सपर्ट का कहना है कि करोंद चौराहे पर वाहनों की संख्या पहले से ही क्षमता से ज्यादा है। ऐसे में वाहन बढ़ते हैं, तो समस्या बढ़ जाएगी। वाहनों के कार्यक्रम स्थल तक जाने पर ट्रैफिक कंट्रोल मुश्किल होगा।
पीपुल्स अस्पताल के सामने ब्लैक स्पॉट भी
कार्यक्रम के लिए 13 अलग-अलग पार्किंग बनाई हैं। इन तक पहुंचने के लिए सबसे ज्यादा 6 गेट भानपुर रोड पर पीपुल्स मॉल के सामने से दिए हैं। एक गेट विदिशा रोड और एक करोंद की तरफ से दिया गया है। पीपुल्स अस्पताल के सामने ब्लैक स्पॉट यानी एक्सीडेंटल जाेन भी है। अगर अनुमान के अनुसार ही 30 हजार छोटे-बड़े वाहन आते हैं, तो यह करोंद चौराहा पर वाहनों की संख्या तीन गुना बढ़ जाएगी। ऐसे में इसे मैनेज करना बड़ी चुनौती होगी।
आयोजन समिति के यह है इंतजाम
- आयोजन समिति के सदस्य प्रमोद नेमा ने बताया कि लगभग 200 एकड़ क्षेत्र को समतल कर 13 प्रकार की पार्किंग व्यवस्था की गई है। यहां पर लगभग 30 हजार दो-पहिया व चार पहिया वाहन पार्क हो सकेंगे।
- कथा स्थल पर श्रद्धालुओं के के लिए 50 हजार वर्ग फीट में 3 वाटर प्रूफ डोम लगाए जा रहे हैं।
- 300 अस्थाई टाॅयलेट बनाए गए हैं। मोबाइल टाॅयलेट भी बने हैं।
- कार्यक्रम स्थल पर 100 से अधिक बड़े-बड़े एलईडी होंगे।
- पानी के टैंकर और कैन के साथ पाइपलाइन डालकर 1 हजार नल लगाए जाएंगे।
- पंडालों में 200 से ज्यादा कूलर और पंखे। तापमान कम करने के लिए वाटर स्प्रिंक्लर लगेंगे।
- 20 चिकित्सा शिविर भी।