Bank Loan: आइए जानते हैं किन 4 तरीकों से बैंक आपसे वसूलते हैं ज्यादा ब्याज
Bank Loan: लोन देकर इस चार तरीकों से बैंक ग्राहकों (Customers) की जेब काटते हैं। क्योंकि हर किसी शख्स का एक बैंक खाता जरूर होता है। वहीं हर शख्स कभी ना कभी बैंक (Bank) से कोई ना कोई लोन जरूर लेता है। ग्राहकों को लोन (Loan) देते वक्त बहुत सारे बैंक उनसे गलत तरीके से अतिरिक्त ब्याज वसूल लेते हैं। आइए जानते हैं किन 4 तरीकों से बैंक आपसे वसूलते हैं ज्यादा ब्याज…
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इस बात का पता भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) को भी चल चुका है, क्योंकि उसके पास कई शिकायतें गई हैं। यही वजह है कि कुछ समय पहले आरबीआई ने तमाम बैंकों को फटकार भी लगाई थी।
कई बैंक (Bank) अपने ग्राहकों से उनको देने वाले लोन पर उसके अप्रूवल की तारीख से ब्याज लगा रहे थे। बैंकों को उस दिन से ब्याज लगाना चाहिए, जब लोन की रकम लोगों के खाते में पहुंच जाए।
बैंक चेक की तारीख से लगा रहे थे ब्याज
कुछ ऐसा ही चेक के जरिए लोन दिए जाने के मामले में भी देखने को मिला। यह पाया गया कि बैंक चेक की तारीख से ब्याज लगा रहे थे, जबकि चेक कई दिनों बाद ग्राहकों को सौंपा गया और चेक सौंपने की तारीख से ही ब्याज वसूलना चाहिए।
बकाया दिनों नहीं, बल्कि पूरे महीने का ब्याज वसूलना
किसी महीने के दौरान लोन देने या रीपेमेंट के मामले में कुछ बैंक पूरे महीने के लिए ब्याज दर वसूल रहे थे। ऐसे मामले में बैंकों को करना ये चाहिए कि उन्हें महीने के सिर्फ उतने दिनों का ब्याज लेना चाहिए, जितने दिन के लिए लोन बकाया है, ना कि पूरे महीने का ब्याज वसूलना चाहिए।
कुछ किस्त एडवांस लेकर पूरे लोन पर ब्याज वसूलना
कुछ मामलों में, यह भी देखा गया कि बैंक एक या अधिक किस्तें पहले ही वसूल कर रहे थे, लेकिन लोन की पूरी रकम पर ब्याज कैलकुलेट कर रहे थे। ये सब देखकर आरबीआई ने कहा कि ब्याज वसूलने की ऐसी गैर-मानक प्रथाएं, जो ग्राहकों के साथ व्यवहार करते समय निष्पक्षता और पारदर्शिता की भावना के अनुरूप नहीं हैं, “गंभीर चिंता” का कारण है।
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आरबीआई को भी पता है सब कुछ
भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) की तरफ से 29 अप्रैल 2024 को एक नोटिफिकेशन (Notification) जारी किया गया था। इसके अनुसार कुछ बैंकों और वित्तीय संस्थानों द्वारा गलत तरीके से ग्राहकों के लोन पर अधिक ब्याज वसूला जा रहा था। भारतीय रिजर्व बैंक को बैंकों की इन गलत प्रैक्टिस के बारे में 31 मार्च 2023 की अवधि के दौरान किए गए ऑनसाइट एग्जामिनेशन में ही पता चल गया था।
बैंकों को लग चुकी है फटकार
इसी के चलते कुछ समय पहले ही भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंकों और एनबीएफसी को कहा था कि वह ग्राहकों से अतिरिक्त ब्याज (Interest Rate) ना वसूलें। आरबीआई ने कहा था कि इस मामले में निष्पक्ष और पारदर्शी होने की जरूरत है। बैंकों से कहा गया कि उनके खिलाफ कई शिकायतें आ रही हैं और ऐसे मामले सामने आए हैं, जिसमें लोगों को दिए गए लोन पर तय सीमा से अधिक ब्याज वसूला गया है।