Advisory: दिवाली का त्योहार नजदीक आते ही उत्साह और तैयारियां चरम पर हैं।
Advisory: दिवाली का त्योहार (Festival) नजदीक आते ही उत्साह और तैयारियां चरम पर हैं। लोग दीए जलाने, रंग-बिरंगी लाइट्स (Colorful Lights) से घर सजाने और पटाखों की आतिशबाजी (Fireworks) के साथ इस पर्व को मनाने के लिए उत्साहित हैं। लेकिन, हर साल की तरह इस बार भी पटाखों के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए चंडीगढ़ के पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (PGIMER) ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। पढ़िए पूरी खबर…

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पटाखों से होने वाली चोटें
PGIMER के प्लास्टिक सर्जरी विभाग ने चेतावनी जारी की है कि पटाखों को लापरवाही से जलाने या दीये जलाते समय बरती गई असावधानी गंभीर चोटों का कारण बन सकती है। हर साल दिवाली के दौरान सैकड़ों लोग जलने, हाथ की चोटों, उंगलियों के कटने और आंखों में चोट जैसी समस्याओं के साथ अस्पताल पहुंचते हैं। विभाग का कहना है कि थोड़ी सी सावधानी बरतकर इन दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है। इसके लिए अस्पताल ने आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं।
पर्यावरण के अनुकूल दिवाली
विभाग ने लोगों से ग्रीन क्रैकर्स (Green Crackers) का उपयोग करने और स्थानीय प्रशासन द्वारा निर्धारित समय का सख्ती से पालन करने की सलाह दी है। ग्रीन क्रैकर्स पर्यावरण को कम नुकसान पहुंचाते हैं और सुरक्षित माने जाते हैं। इसके अलावा, यदि कोई जलने की चोट का शिकार होता है, तो तुरंत प्रभावित हिस्से पर ठंडा, साफ पानी डालें जब तक दर्द कम न हो। टूथपेस्ट, मक्खन या स्याही जैसी चीजों का उपयोग करने से बचें। यदि कपड़ों में आग लग जाए, तो तुरंत रुकें, जमीन पर लेटें और लुढ़कें जिससे आग बुझ सके।
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आंखों की चोटों से सावधान
PGIMER के आई सेंटर ने भी दिवाली के लिए एक विशेष एडवाइजरी जारी की है। पिछले पांच सालों के आंकड़ों के अनुसार, दिवाली के दौरान हर साल 60 से अधिक आंखों की चोटों के मामले सामने आते हैं, जिनमें 60-70 प्रतिशत गंभीर होते हैं। इस साल 20 से 22 अक्टूबर तक 24 घंटे आपातकालीन सेवाओं के लिए 22 डॉक्टरों की एक विशेष टीम तैनात की गई है। आपात स्थिति के लिए संपर्क नंबर भी जारी किए गए हैं- मोबाइल- 9814014464, लैंडलाइन- 01722756117।
आंखों की चोट लगने पर क्या करें?
यदि आंखों में चोट लगे, तो आंख को साफ कपड़े से ढकें और तुरंत किसी नेत्र रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें। आंखों को रगड़ने से बचें और चोट के आसपास मलहम लगाने से परहेज करें। पटाखे जलाते समय कॉन्टेक्ट लेंस न पहनें और घटिया गुणवत्ता वाले पटाखों से दूरी बनाएं।
पटाखे चलाते समय बरतें ये सावधानियां
- पटाखे जलाते या देखते समय सुरक्षित दूरी बनाए रखें और चश्मे का उपयोग करें।
- बच्चों को कभी अकेले पटाखे न जलाने दें और उनकी निगरानी करें।
- वाहनों और सूखी घास से दूर खुली जगहों पर पटाखे जलाएं।
- सिथेंटिक कपड़ों की बजाय सूती कपड़े पहनें।
- प्राथमिक चिकित्सा के लिए पानी की बाल्टी और आपातकालीन किट तैयार रखें।
- पटाखों को छूने के बाद हाथ अच्छे से धोएं।
- भीड़भाड़ वाली जगहों पर पटाखे न जलाएं और किसी के चेहरे के पास आतिशबाजी से बचें।
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सुरक्षित और खुशहाल दिवाली
PGIMER ने लोगों से अपील की है कि वे छोटी-छोटी सावधानियों का ध्यान रखकर अपनी और दूसरों की सुरक्षा सुनिश्चित करें। खुले मैदान में पटाखे जलाएं, जहां आसपास कोई ज्वलनशील पदार्थ न हो। आग बुझाने के लिए पानी की बाल्टी या अग्निशामक यंत्र हमेशा पास रखें। इन सावधानियों के साथ, आप अपनी दिवाली को सुरक्षित और यादगार बना सकते हैं।

