Chandigarh News: चंडीगढ़ में पानी बर्बाद करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। चंडीगढ़ में नगर निगम (Municipal Council) की तरफ से पानी की बर्बादी (Water Wastage) पर रोक लगाने के लिए 18 टीमें बनाई गई हैं। टीमें शुक्रवार को भी शहर के अलग-अलग कोनों में पानी बर्बादी की जांच कर रही है। यह जांच (Inspection) 30 जून तक चलेगी। जानिए अब तक कितने चालान कटें…
ये भी पढ़ेः चंडीगढ़ से यूपी के लिए समर ट्रेन: 25 अप्रैल से होगी शुरू
ख़बरीमीडिया के Youtube चैनल को फौलो करें।
अब तक 39 लोगों का कटा चालान
आपको बता दें कि टीमें शुक्रवार को भी शहर के अलग-अलग कोनों में पानी बर्बादी (Water Wastage) की जांच कर रही है। यह जांच 30 जून तक चलेगी। गर्मियों में पानी की किल्लत को रोकने के लिए निगम की तरफ से यह फैसला लिया गया है। निगम की टीम 15 जून से अब तक 39 लोगों का चालान काट चुकी है। जबकि 207 लोगों को नोटिस दे दिया गया है।
नगर निगम (Municipal Council) की तरफ से सख्ती करते हुए इस बार जुर्माने की राशि 5512 कर दी गई है। यह राशि उसके बिल में जुड़कर आएगी। इसमें निगम की तरफ से पार्क में पानी देने, अपनी गाड़ी धोने या टंकी के ओवरफ्लो होने जैसी स्थितियों में यह चालान काटे जा रहे हैं।
नगर निगम की यह टीम सुबह 5:30 बजे से 8:30 बजे तक सभी सेक्टर गांव और कॉलोनी में जाकर पानी की बर्बादी करने वालों का चालान कर रही है। पब्लिक हेल्थ के एक्सईएन जगदीश सिंह (Jagdish Singh) के नेतृत्व में 18 एसडीओ और जेई के जरिए यह अभियान चलाया जा रहा है।
ये भी पढ़ेः Punjab: होटल-रेस्टोरेंट में खाने पर 25% की छूट..पढ़िए क्या है पूरी ख़बर
जेई और मीटर रीडर सस्पेंड
नगर निगम (Municipal Council) ने कल जूनियर इंजीनियर प्रवीण अत्री और मीटर रीडर राजेंद्र सिंह को सस्पेंड (Suspend) कर दिया था। क्योंकि उनके इलाके गांव कजहेडी में प्राइवेट ठेकेदार अवैध तौर पर ट्यूबवेल (Tube Well) के जरिए पानी निकाल कर टैंकरों से सप्लाई कर रहे थे। नगर निगम की तरफ से इस आरोपी के खिलाफ पुलिस में भी शिकायत दी गई है। जिसमें उन्होंने कहा है कि अवैध बोरवेल के जरिए, यह लोग पानी निकालकर शहर में 600 रूपये का टैंकर बेच रहे हैं।