Savings Account : अचानक से 500 और 1000 के नोटों की नोटबंदी होने के बाद 2,000 के नोटों का भी चलने से बाहर होने से लोगों में कैश डिपॉजिट, बैंक अकाउंट (Bank Account) और दूसरे बैंकिंग नियमों (Banking Rules) में बड़े बदलाव का डर हमेशा सताता रहता है कि कहीं उनके लिए अचानक से कोई नियम न बदल जाए। और ऐसे में जब यह खबर देखने को मिले की आपका बैंक अकाउंट इस फलां-फलां कारण से बंद हो सकता है, तो लोगों में चिंता बढ़ना लाजिमी हो जाता है, और वह जानना चाहेंगे कि ऐसा क्यों हुआ। ऐसे में गुमराह करने वाली खबरें भी खूब देखने को मिलती हैं। ऐसी ही एक खबर पर PIB ने Fact Check किया है।
ये भी पढ़ेंः Smartphone Tips: फोन नहीं हो रहा चार्ज, सर्विस सेंटर जाने से पहले फॉलो कर लें ये टिप्स
आपको बता दें कि एक खबर वायरल हुई थी कि केंद्रीय रिजर्व बैंक (Central Reserve Bank) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Governor Shaktikanta Das) ने एक बड़ा फैसला लिया है कि अगर किसी के भी खाते में 30 हजार रुपये से ज्यादा पैसा हुआ तो उनका बैंक अकाउंट बंद कर दिया जाएगा। इसी खबर पर पीआईबी ने Fact Check करते हुए बताया कि ऐसा नहीं है और आरबीआई ऐसा कोई नियम लेकर नहीं आने वाला है।
रिजर्व बैंक के नियमों के अनुसार, बैंक खातों के लिए ऐसी कोई लिमिट तय नहीं की गई है कि आप अपने बैंक अकाउंट में कितना पैसा रख सकते हैं, आप हजारों, लाखों, करोड़ों कितना भी पैसा रखें और कितने भी पैसे निकालें, ऐसी कोई लिमिट नहीं है। हां, यह जरूर समझने वाली बात है कि आपकी एक-एक पाई का हिसाब होना चाहिए कि वो कहां से और कैसे आया है।
मिनिमम बैलेंस का है यह नियम
आपको बता दें कि बैंक मैक्सिमम तो नहीं लेकिन मिनिमम बैलेंस को लेकर जरूर नियम बना रखा है। यानी कि आपके बैंक अकाउंट में कम से कम एक निश्चित अमाउंट होना चाहिए, उसके नीचे जाने पर आप पर चार्ज लगने लगता है। हर बैंक का मिनिमम बैलेंस का एक निश्चित अमाउंट है, जो सरकारी बैंकों में कम तो प्राइवेट बैंकों में ज्यादा हो सकता है।
कैश डिपॉजिट के लिए है यह नियम
साथ ही कैश जमा करने के लिए भी नियम बनाए गए हैं। आप एक बार में अपने सेविंग्स अकाउंट में 1 लाख रुपये कैश यानी नगद जमा कर सकते हैं, तो वहीं सालभर में 10 लाख रुपये तक ही कैश में जमा कर सकते हैं। अगर आपको इससे ज्यादा पैसा जमा करना हो तो आप ऑनलाइन ट्रांसफर के जरिए जमा करना होगा। आरबीआई ने बैंकों को निर्देश दे रखा है कि वो 10 लाख और इसके ऊपर के डिपॉजिट या विदड्रॉल पर नजर रखें और ऐसे ट्रांजैक्शंस का रिकॉर्ड अलग रखें।