Punjab University News: पंजाब यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने वाले छात्रों के लिए जरूरी खबर है। पंजाब यूनिवर्सिटी के सत्र 2024-25 में यूजी कोर्स में दाखिला ले रहे विद्यार्थियों (Students) को डिग्री लेने के लिए 3 साल में 144 क्रेडिट पाना अनिवार्य रहेगा। पंजाब यूनिवर्सिटी (Punjab University) से संबद्धता प्राप्त कॉलेज में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने की तैयारी आखिरी चरण में है।
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आपको बता दें कि यूजी कोर्स के 2 सेमेस्टर पूरा करने पर विद्यार्थी (Students) पढ़ाई छोड़ता है, तो सर्टिफिकेट कोर्स पाने के लिए उसके एक साल के काम से कम 48 क्रेडिट होना चाहिए। साथ ही उसे 4 क्रेडिट की समर इंटर्नशिप या सामुदायिक सेवा करनी होगी। 4 सेमेस्टर पूरा करने पर विद्यार्थी को डिप्लोमा कोर्स (Diploma Course) पाने के लिए 96 क्रेडिट और 4 क्रेडिट की समर इंटर्नशिप या सामुदायिक सेवा करनी होगी।
पढ़ना अनिवार्य होगा पंजाबी विषय
विद्यार्थियों को पंजाबी विषय (Punjabi Topics) पढ़ना अनिवार्य होगा, 6 सेमेस्टर में छात्र को 144 क्रेडिट पूरे करने होंगे। इनमें हर सेमेस्टर में विद्यार्थी के समावेशी विकास के लिए वैल्यू एडिड कोर्स और कौशल प्राप्त करने के लिए स्किल अनाउंसमेंट कोर्स पढ़ाए जाएंगे। वैल्यू एडिड स्क्लि के 3 साल में 8 और स्किल एनहांसमेंट के 9 क्रेडिट होंगे। वैल्यू एडिड स्किल और पंजाबी विषय के अलावा विद्यार्थी को 3 मुख्य पेपर पढ़ने होंगे।
2 मेजर विषय चुने के संकाय की बंदिश नहीं होगी, विद्यार्थी फिजिक्स (Student Physics) के साथ इतिहास गणित के साथ समाजशास्त्र आदि कोई भी विषय पढ़ सकता है। विद्यार्थी तीनों विषय में से 1 या 2 पेपर मेजर विषय की तरह पढ़ सकता है। 2 मेजर विषय चुनने पर उसे 3 साल में 4 क्रेडिट के 9-9 पेपर पढ़ने होंगे। अगर विद्यार्थी एक मेजर विषय चुनता है तो उसे 3 साल में 4 क्रेडिट के 18 पेपर पढ़ने होंगे, प्रति सेमेस्टर सभी विषय मिलाकर 24 क्रेडिट का होगा।
कुछ कॉलेजों में नहीं लाई जा रही NEP
पंजाब यूनिवर्सिटी (Punjab University) से संबद्धता प्राप्त 201 कॉलेज में से जहां विभाग बी वॉक, अीकॅम, बीए, बीएससी फैशन, बीएससी गृह विज्ञान आदि कोर्स कराए जा रहे हैं वहां एनईपी लागू की जाएगी। आर्किटेक्ट, इंजीनियरिंग, योग, होटल मैनेजमेंट, आदि कॉलेज में फिलहाल एनईपी नहीं लाई जा रही है। पंजाब के विभिन्न प्रांतों और चंडीगढ़ में स्थापित कॉलेज में एनईपी बनाने को लेकर लगातार कार्यशालाएं आयोजित की जा रही है।
एनईपी को को-ऑर्डिनेटर प्रोफेसर अनिल मोंगा (Anil Monga) ने बताया कि एनईपी के मुताबिक विभिन्न कोर्स का क्रेडिट फ्रेमवर्क वह पाठ्यक्रम तैयार हो चुका है।