India Today Conclave 2024: कली पुरी ने नई और पुरानी संसद में 30 क़दमों का फर्क़ समझा दिया

TOP स्टोरी TV दिल्ली दिल्ली NCR
Spread the love

दिल्ली में आयोजित India Today Conclave 2024 में इंडिया टुडे ग्रुप की वाइस चेयरपर्सन और Executive Editor-in-Chief कली पुरी ने अपने संबोधन में बेहद सधे अंदाज़ में नई और पुरानी संसद के बीच 30 कदमों के फासले को बेहद खूबसूरत अंदाज़ में समझा दिया।

ये भी पढ़ें: मैं मक्खन पर लकीर नहीं ‘पत्थर पर लकीर’ खींचता हूं: PM मोदी

अपने अनुभव साझा करते हुए कली पुरी ने बताया कि हाल ही में उन्हें पुराने और नए संसद भवन में जाने का मौका मिला। दोनों संसद के बीच का फ़ासला महज 30 क़दमों का था। लेकिन ऐसा महसूस हो रहा था जैसे वो दो अलग-अलग भारत के बीच में चल रही हों.

ये भी पढ़ें: PM मोदी ने रखा अगले 5 साल का एजेंडा..बोले हेडलाइन नहीं..डेडलाइन के लिए काम करता हूं

कली पुरी ने कहा कि – एक वो था जिसे मैंने अपने पैदा होने से लेकर अभी तक देखा था.. और दूसरा और नया संसद भवन, जो कि हमारी अगली पीढ़ी को मिल रहा है. मुझे इन दोनों से ही प्यार है, लेकिन इन दोनों की ही दुनिया एक दूसरे से पूरी तरह से अलग है.

नई संसद ( New Parliament) पूरी तरह से संगठित ( Organized), कुशल और जीवन से भरी हुई है..साथ ही भविष्य के लिए बहुत सारे वादों और आशाओं को अपने साथ रखे दिखाई दे रही है। वहीं पुरानी संसद (Old Parliament) हमारे इतिहास से भरा हुआ है, यहां प्राचीन राष्ट्र की आत्मा के अवशेष आपको आपको महसूस होंगे।

ये भी पढ़ें: PM का विपक्ष पर करारा तंज..कहा उनके लिए ‘परिवार’..मेरे लिए ‘देश’ पहले

कली पुरी ने कहा कि दोनों के बीच ऐसा महसूस हो रहा था जैसे एक सदी में प्रवेश कर रही हूं जबकि दूसरे में सदी से बाहर आ रही हूं।

ये 30 कदम अपने आप में ही एक कहानी बयां करते हैं. इन दोनों ही संसद भवन का अपना एक आकर्षण हैं और मेरा मानना है कि अगर हमें एक महान राष्ट्र बनना है तो हमारे लिए दोनों ही ज़रूरी है। मुझे उम्मीद है कि PM मोदी इतने सक्षम हैं कि वो इन दोनों सदियों को साथ में लेकर चल सकते हैं. यही एक समृद्ध ज्ञानवर्धक नए अवतार में महान भारतीयता की पहचान है।