MP Congress News: मध्य प्रदेश की राजनीति से अब तक की सबसे बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां कांग्रेस (Congress) के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamalnath) अपने बेटे नकुलनाथ के साथ कभी भी बीजेपी (BJP) में शामिल हो सकते हैं।
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कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ (Nakulnath) छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से सांसद हैं। शनिवार को छिंदवाड़ा का दौरा रद्द कर कमलनाथ अपने बेटे के साथ दिल्ली पहुंचे हैं। दिल्ली आने से पहले नकुलनाथ ने सोशल अकाउंट जैसे एक्स, फेसबुक आदि से कांग्रेस का नामो-निशान हटा दिया जिसके बाद से खबर ने तूल पकड़ लिया।
दिल्ली पहुंचे कमलनाथ (Kamalnath) का सामना जब पत्रकारों से हुआ तो उन्होंने ने कहा कि आप सभी उत्साहित क्यों हो रहे हैं? यह इनकार करने के बारे में नहीं है। अगर ऐसा कुछ है तो मैं आप सभी को सूचित करूंगा। कमलनाथ के इस बयान के बाद अब माना जा रहा है उन्होंने अभी तक सियासी अटकलों को विराम नहीं दिया है।
बता दें कि इससे पहले बीजेपी (BJP) के कई नेता कमलनाथ के बीजेपी में शामिल होने की बात कह चुके हैं। सुमित्रा महाजन ने तो कमलनाथ को खुला ऑफर दिया था वहीं, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी कहा था कि अगर दोनों नेता बीजेपी में शामिल होना चाहते हैं तो स्वागत है।
कमलनाथ ने अपने राजनीतिक (Political) सफर की शुरुआत कांग्रेस में इंदिरा गांधी के समय की थी। वह 1968 में युवा कांग्रेस में शामिल हुए। इंदिरा गांधी ने 1980 में कमलनाथ को छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से टिकट दिया था जहां से वह अब नौ बार सांसद बने। वह 2018 में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे। उन्होंने 2023 में एमपी विधानसभा चुनाव में हार के बाद प्रदेश प्रमुख का पद छोड़ दिया।
कमलनाथ ने मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा लोकसभा (Chhindwara Lok Sabha) क्षेत्र से नौ बार सांसदी का चुनाव जीता था। उन्होंने पहली बार 1980 में इस सीट पर जीत दर्ज की थी। इसके बाद वह 1984, 1990, 1991, 1998, 1999, 2004, 2009 और 2014 के चुनावों में छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से जीत दर्ज की।
गौरतलब है कि पिछले कुछ सालों में कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं ने उनका साथ छोड़ दिया है जिसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया, आर पी एन सिंह, गुलाम नबी आजाद, मिलिंद देवड़ा और हाल ही में बीजेपी ने शामिल हुए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोख चौहान भी शामिल है। अब ऐसे में कमलनाथ अगर बीजेपी में शामिल होते है तो भारतीय जनता पार्टी का जो 2024 में लक्ष्य है। 400 सीटों का वो और आसान हो जाएगा।