शनि देव जी 30 वर्षों के बाद 2024 में अपनी मूल त्रिकोण राशि जो कि कुंभ है उसमें प्रस्थान करेंगे। वहीं, 2025 तक इसी राशि में रहेंगे। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक शनि राशि को न्याय का भगवान भी कहा गया है। शनि देव का प्रभाव व्यक्ति के ऊपर बहुत महत्वपूर्ण होता है। दिनांक 11 फरवरी 2024 से लेकर के 18 मार्च 2024 के दौरान शनि देव जी अस्त रहने वाले हैं। इसके बाद जाकर उदय होंगें। दूसरी ओर शनिदेव 29 जून से 15 नवंबर, 2024 तक कुंभ राशि में ही रहेंगे। शनि देव का कुंभ राशि में प्रवेश करना कई राशियों के शुभ और कई राशियों के लिए अशुभ होने वाला है।
जानिए कि किन राशि जातकों के लिए शनिदेव जी के गोचर का असर शुभ होने वाला है:
मीन राशि: मीन राशि के जातकों के लिए शनि देव के गोचर का असर शुभ होगा। इस दौरान मकर राशि के जातकों को बिजनेस, व्यवसाय और सामाजिक कार्यों में फायदा मिलने वाला है।
कुंभ राशि: शनि देव जी के लिए अपनी मूल त्रिकोण राशि में प्रवेश करना शुभ होने जा रहा है। इस दौरान कुंभ राशि के जातकों को भी बिजनेस से लेकर के कैरियर तक में लाभ देखने को मिल सकता है।
मकर राशि: मकर राशि के जातकों के साथ शनि देव का गोचर अत्यंत शुभ होने वाला है। इस दौरान मकर राशि के जातकों को जॉब, बिजनेस और सामाजिक कार्यों में लाभ हो सकता है।
अशुभ प्रभाव
वृषभ राशि: इन सभी राशि जातकों के लिए भगवान शनि देव जी का गोचर अशुभ रहने वाला है। इस दौरान वृषभ राशि के जातकों को फैमिली, वाहन और नौकरी में काफी सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
मेष राशि: मेष राशि के जातकों के लिए शनि देव का गोचर अशुभ साबित होने वाला है। इस दौरान मेष राशि के जातकों को हेल्थ से लेकर के करियर और धन में कई सारी समस्याएं हो सकती है।
मिथुन राशि: मिथुन राशि के जातकों के लिए शनि देव का गोचर अशुभ साबित होगा। इस दौरान मिथुन राशि के जातकों को स्वास्थ्य, धन और शिक्षा में कई सारी समस्याएं हो सकती हैं।
शनिदेव जी को प्रसन्न करने के लिए इन आसान से उपायों को अपना सकते हैं:
शनिदेव जी को प्रसन्न करने के लिए शनिवार का दिन सबसे अधिक शुभ माना जाता है।
शनिवार के दिन शनिदेव जी की पूजा – अर्चना करें और इनपर काले तिल, काली उड़द और दीप प्रज्ज्वलित करें।
गरीबों की सहायता करें।