Gallantry Award 2024: यूपी में इन आईपीएस अफसरों को वीरता पुरस्कार मिलेगा। यूपी के 2 आईपीएस (IPS) अफसरों को गणतंत्र दिवस के अवसर पर गैलेंट्री अवार्ड (Gallantry Award) से अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। यूपी के डीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार और आईजी मंजिल सैनी महामहिम राष्ट्रपति के हाथों वीरता पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा। पढ़िए पूरी खबर…
ये भी पढ़ेः यूपी पुलिस का सिपाही एक झटके में कैसे बन गया SDM..जरूर पढ़िए
देश अपना 75वां गणतंत्र दिवस (Republic Day) मनाने की तैयारी कर रहा है। इस अवसर पर वीरता पुरस्कारों का ऐलान कर दिया गया है। देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश से इस बार दो आईपीएस (IPS) अफसरों को गैलेंट्री अवॉर्ड देने के ऐलान किया गया है।
इसमें यूपी के डीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार (Prashant Kumar) और आईजी मंजिल सैनी (Manzil Saini) का नाम शामिल हैं। इन दोनों अफसरों को इस बार गणतंत्र दिवस पर महामहिम राष्ट्रपति के हाथों वीरता पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा। गृह मंत्रालय की ओर से इसका ऐलान कर दिया गया है।
एडीजी प्रशांत कुमार वर्ष 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी
यूपी के एडीजी प्रशांत कुमार (ADG Prashant Kumar) वर्ष 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वो काफी तेज तर्रार माने जाते हैं जिसके चलते वो सीएम योगी आदित्यनाथ के सबसे भरोसेमंद और चहेते अफसरों में आते हैं। आईपीएस प्रशांत कुमार का जन्म बिहार के सीजन जिले में हुआ था।
प्रशांत कुमार का चयन तमिलनाडु कैडर में हुआ था, लेकिन निजी कारणों की वह से साल 1994 में उनका ट्रांसफर यूपी कैडर में हो गया। योगी सरकार ने उन्हें प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी दी और उन्होंने उसे बखूबी निभाया है। यूपी में क्राइम कंट्रोल का श्रेय उन्हीं को जाता है।
लखनऊ और रामपुर के एसएसपी लेडी सिंघम
आईपीएस मंजिल सैनी (Manzil Saini) को लेडी सिंघम के तौर पर जाना जाता है। मंजिल सैनी वर्ष 2005 बैच की आईपीएस अफसर हैं। वो लखनऊ और रामपुर की एसएसपी रही है, जहां उन्होंने शानदार काम किया। लखनऊ के एसएसपी का पद संभालने वाली वो पहली महिला अफसर रही है। इसके साथ ही उन्होंने इटावा में भी काम किया है। अमित कुमार किडनी रैकेट मामले की जांच में उनकी अहम भूमिका रही है।
गैलेंट्री अवॉर्ड विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है
गैलेंट्री अवॉर्ड (Gallantry Award) शौर्य और विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है। जिसका ऐलान साल में 2 बार किया जाता है। पहला 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस पर और दूसरा 15 अगस्त, स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) पर के अवसर पर ये पुरस्कार दिए जाते हैं।
रक्षा क्षेत्र में अतुलनीय योगदान के लिए पहले जवानों और अधिकारियों के नामों का चयन किया जाता है और उन्हें गृह मंत्रालय को भेजा जाता है, जिसके बाद चयनित लिस्ट राष्ट्रपति के पास भेजी जाती है। और उनकी अनुमति के बाद इसका ऐलान कर दिया जाता है।