सर्दी की शुरुआत के साथ साथ लोगों के खाने पीने में भी में कई तरह के बदलाव आने लगते हैं। सर्दी के मौसम में लोग गर्म तासीर की डिश खाना ज्यादा ही पसंद करते हैं। ऐसे ही अलवर में कई लोग मेवाड के नाम से जाने वाली डिश ढोकला को काफी ज्यादा ही पसंद करते हैं। ये डाल ढोकला अलवर में किसी ढाबे पर नहीं बल्कि, लोग अपने घर के भीतर ही तैयार करते हैं। इसे दूर दूर से लोग परिवार के लोग खाने आते हैं। ये बहुत ही ज्यादा फेमस डिश है, जिसका स्वाद बहुत ही ज्यादा स्पाइसी होता है। इसलिए सर्दियों में लोग इसे खाना बहुत पसंद करते हैं।
अलवर शहर के रहने वाले दिनेश ने बताया कि मेवाड़ी डिश दाल ढोकला मक्का के आते बना हुआ होता है, इसे स्वादिष्ट बनाने के लिए इसमें लोग खास तरह के स्पाइसेज का यूज करते हैं। मसालों के साथ इसमें प्याज, लहसुन, हरी मिर्च, धनिया इस डिश का स्वाद डबल करते हैं।
कैसे रेडी करें ढोकला
सबसे पहले मक्का का आटे में बारीक कटा अदरक, छोटी हरी मिर्च और हरा धनिया डालते हैं। साजी को पानी में उबालकर मसाला डालकर आटे में मिलाते हैं। बाद में आटे के छोटे छोटे ढोकले को हाथ से तैयार करते हैं फिर एक बार पूरे आटे के ढोकले तैयार कर इसे बड़े से बर्तन में एक के उपर एक जमाते हैं, चूंकि ढोकला डिश पूरी तरह भाप में तैयार की जाती है। फिर कुछ ही देर बाद बर्तन में भाप बनने लगती है और तकरीबन एक घंटे जब ढोकले भाप में पूरी तरह से पककर रेडी हो जाता है।
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तितली और कच्चे तेल में तैयार होती है ये डिश
दुकानदार दिनेश ने बताया कि वैसे तो ज्यादातर पके हुए तेल में तैयार की जाती है और अलग से तेल के साथ नहीं खाई जाती। लेकिन मेवाड़ी डिश ढोकला अकेली ऐसी डिश है, जो तितली के कच्चे तेल के साथ खाई जाती है। वैसे मारवाड़ में ढोकला की तरह दाल ढोकली तैयार की जाती है, लेकिन ये मक्के के आटे से तैयार नहीं की जाती और इसमें मसाले व अन्य चीजें का उपयोग भी कम ही किया जाता है।