उद्भव त्रिपाठी, ख़बरीमीडिया
Ghaziabad News: गाजियाबाद से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है जहां महंगे मोबाइल और अन्य गैजेट्स को बहुत कम दाम में दिलवाने का झांसा देकर लोगों से ठगी करने वाले गैंग के 5 लोगों को साइबर सेल (Cyber Cell) ने गिरफ्तार किया है। गैंग के ज्यादातर सदस्य अभी 18 साल से भी कम उम्र के हैं। गिरोह का सबसे छोटा सदस्य 14 साल का है और वह भी लोगों को ठग रहा था। अन्य ठगों में ग्रैजुएशन (Graduation) और 12वीं में पढ़ने वाले छात्र शामिल हैं। सूचना के आधार पर नंदग्राम (Nandgram) थाना क्षेत्र से मोहित, तरुण, दिव्यांश, तेजस को गिरफ्तार किया है।
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पूछताछ में पता चला है कि आरोपियों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर प्रोफाइल बना रखी है। इसमें ट्रस्टमी नाम से बनी प्रोफाइल में वह हर दिन आईफोन समेत अन्य प्रीमियम फोन की फोटो डालकर उन्हें आधे से कम दाम में बेचने की बात करते हैं। इसमें गैंग के लोगों के नंबर दिए जाते थे।
अगर कोई मोबाइल लेने के लिए कॉल करता था तो उससे सबसे पहले 100 रुपये का रजिस्ट्रेशन करवाया जाता था। इसके बाद बकायदा मोबाइल का बिल और अन्य डिटेल भेजी जाती थी। इससे खरीदार को ठगों पर भरोसा हो जाता था। इसके बाद आरोपी पहले एडवांस पेमेंट देने को कहते थे। झांसे में आकर जो उन्हें रुपये भेज देता था, उसके नंबर को ब्लॉक कर देते थे।
ट्रेनिंग देकर बनाता था ठग
पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि गैंग का लीडर मोहित है। वह 2-3 साल से इसी प्रकार से ठगी कर रहा है। वह अपने साथ कम उम्र के लड़कों को शामिल करता था। पुलिस द्वारा पकड़े आरोपियों में तरुण बीकॉम, तेजस 12वीं, दिव्यांश 10वीं पढ़ाई कर रहे हैं। मोहित उन्हें बिना कुछ किए कमाई का झांसा देकर साथ लेकर जाता है। जहां उनकी ट्रेनिंग करवाई जाती थी। ट्रेनिंग के दौरान भी अगर युवक किसी से ठगी कर लेता था तो उसे रुपये देना शुरू कर देते थे। मोहित के साथ कुछ अन्य नाबालिगों के जुड़े होने की पुलिस को जानकारी मिली है।
ठगों से बचने के लिए बरतें ये सावधानी
अगर कोई भी सस्ते में फोन देने का झांसा दे तो पहले उक्त मॉडल का रियल प्राइस चेक करें।
कोई भी कंपनी डिस्काउंट 10-20 पर्सेंट तक दे सकती है, लेकिन मोबाइल की असली कीमत से आधे पर कोई भी नहीं बेचेगा। इसलिए ऐसे ऑफर से दूर रहें। ये ठग हो सकते हैं।
इस तरह का ऑफर जो कंपनी दे रही है, उसका प्रोफाइल चेक करें। अगर कंपनी रजिस्टर्ड है तो इस तरह फ्रॉड नहीं करेगी, लेकिन कंपनी का रजिस्ट्रेशन नहीं है तो ऐसे ऑफर पर भरोसा न करें।
अन्य कई अकाउंट भी रडार पर
एडीसीपी ने जानकारी दी कि आरोपियों ने कई प्रोफाइल तैयार किए हैं। जिसमें अलग अलग प्रकार के सामान की डील की बात होती है। कुछ अकाउंट की डिटेल मिली है। उसके बारे में ज्यादा जानकारी की जा रही है। साथ ही कुछ अन्य अकाउंट की भी जानकारी मिली है। जिसके बारे में डिटेल निकालने के साथ और कौन कौन इस गैंग से जुड़ा है। इसके बारे में अधिक जानकारी की जा रही है।