उद्भव त्रिपाठी, ख़बरीमीडिया
Death Penalty In Qatar: कतर की एक अदालत ने एक साल से अधिक समय से कतर में बंद नौसेना (Navy) के जवान रहे 8 लोगों को मौत की सजा सुनाई है। बता दें कि कतर (Qatar) की कोर्ट ने 8 भारतीय जवानों को गुरुवार 26 अक्टूबर को जासूसी के मामले में मौत की सजा सुनाई है। इसको लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय (Indian Ministry of External Affairs) ने अपना बयान जारी करते हुए कहा कि मौत की सजा के फैसले से हम हैरान हैं और विस्तृत फैसले की कॉपी का हम इंतजार कर रहे हैं। साथ ही मंत्रालय ने आगे कहा कि हम परिवार के सदस्यों और कानूनी टीम के संपर्क में हैं और सभी कानूनी विकल्प तलाश रहे हैं। इस मामले को बहुत महत्वपूर्ण मानते हैं और इस पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। सभी कांसुलर और कानूनी सहायता देना जारी रखेंगे। फैसले को कतर के अधिकारियों के सामने भी उठाएंगे।
ये भी पढ़ेंः Israel Hamas War:इज़राइल ने 344 बच्चों को मार डाला!
ये भी पढ़ेंः अंधाधुंध फ़ायरिंग से दहल उठा अमेरिका..हमलावर ने 22 की जान क्यों ली?
विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर जानकारी दिया कि ये आठ लोग कतर में स्थित अल दहारा कंपनी (Al Dahra Company) में काम करते हैं। दरअसल, कतर (Qatar) में ये आठ भारतीयों पिछले साल अक्टूबर 2022 से कैद में हैं।
क्या कहा विदेश मंत्रालय ने
विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस मामले में कार्यवाही की गोपनीय प्रकृति के कारण फिलहाल कोई और टिप्पणी करना उचित नहीं होगा। कतर में भारत के राजदूत ने राजनयिक पहुंच मिलने के बाद एक अक्टूबर को जेल में बंद इन भारतीयों से मुलाकात की थी।
क्या है इन भारतीयों पर आरोप
एक समाचार एजेंसी के मुताबिक कतर ने नौसना के पूर्व जवानों पर आरोप लगाया है कि वो सबमरीन प्रोग्राम को लेकर जासूसी कर रहे थे। भारत इनको काउंसलर एक्सेस के जरिए रिहा कराने की कोशिश में लगा हुआ था।
बता दें कि इन लोगों में कई ऐसे अधिकारी भी शामिल हैं, जिन्होंने भारतीय नौसेना में रहते हुये प्रमुख भारतीय युद्धपोतों की कमान संभाली थी।
Read khabrimedia, Latest Greater Noida News,Greater noida news, Noida Extension news, greater noida Society News khabrimedia- Top news-Latest Noida news-latest greater Noida news-latest greater Noida news-latest Noida extension news-latest Delhi Ncr news- Big news of today-Daily News-Greater Noida Society news-Greater Noida News in Hindi