नीलम सिंह चौहान, खबरीमीडिया
Kalawa Niyam: हिन्दू धर्म को विश्व का सबसे पुराना धर्म माना गया है. वहीं, इस धर्म में यज्ञ- हवन और पूजा के बाद हाथ में कलावा बांधने की परंपरा भी बीते कई सालों से चली आ रही है. मान्यता के मुताबिक हाथ में कलावा बंधा रहने से व्यक्ति में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है साथ ही शरीर में हर तरीके की नेगेटिविटी भी दूर हो जाती है. कलावा को रक्षा सूत्र के नाम से भी जाना जाता है. यदि ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक मानें तो कलावा बांधने उतारने के भी कुछ जरूरी नियम होते हैं, इनको फॉलो करना बेहद आवश्यक होता है. ऐसा नहीं करते हैं तो आपको कलावा बांधने के शुभ फल नहीं मिलते हैं.
जानिए कि कलावा कैसे बांधा जाता है (Methods Of Tying Kalava)
जानिए कि कलावा को किस तरह से सही से बांधा जाता है, तो बताते चलें कि शास्त्रों के अनुसार आप जिस हाथ में कलावा बाँध रहे हैं, उसमें एक रुपये का सिक्का या नोट लेकर मुट्ठी को अच्छे से बंद कर लें. ध्यान में रखें कि जो आपका दूसरा हाथ है उसे सिर के ऊपर रखना है. ऐसा करना कलावा और बांधने वाले को सम्मान देना होता है. कलावा को बांधने के बाद आप दूसरे हाथ से दक्षिणा उस व्यक्ति को भेंट कर सकते हैं.
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किस हाथ में कलावा बांधना शुभ होता है
कई सारे धार्मिक विद्वानों का ये कहना है कि महिलाएं जो कि विवाहित हैं उन्हें अपने बायें हाथ में बंधवाना चाहिए. वहीं कुंवारी लड़कियों को अपने दाहिने हाथ में कलावा बंधवाना काफी शुभ होता है. बात करें पुरुषों की तो उन्हें दाहिने हाथ में कलावा बंधवाना काफी ज्यादा मंगलकारी रहता है.
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कलावा उतारने के लिए क्या करें
ध्यान में रखें कि जब कलावा पुराना या खराब हो जाए तो उसे बेहद सम्मानपूर्वक उतार देना चाहिए. इसके लिए सबसे अच्छा दिन शनिवार और मंगलवार का दिन उत्तम माने जाते हैं. पुराने कलावा उतारने के बाद आप घर के मंदिर में पूजा करके फिर से नया कलावा हाथ धारण कर सकते हैं.
पुराने कलावा का आपको क्या करना चाहिए
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पुराने कलावा को गलती से भी कूड़े में नहीं फेंकना चाहिए. यदि ऐसा करते हैं तो देवी-देवता नाराज हो जाते हैं. इसके बजाय आप उस कलावा को उतारकर बहते हुए पानी में प्रवाहित कर सकते हैं. या फिर पास में पीपल के किसी पीपल के पेड़ के नीचे भी रख सकते हैं.