Jharkhand: झारखंड के घाटशिला विधानसभा उपचुनाव को लेकर प्रदेश की राजनीति में हलचल तेज हो गई है।
Jharkhand News: झारखंड के घाटशिला विधानसभा उपचुनाव (Ghatsila Assembly By-Election) को लेकर प्रदेश की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। शनिवार को सीएम हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) के रांची लौटते समय घाटशिला सीमा क्षेत्र से गुजरने और झामुमो कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए स्वागत ने माहौल और गर्मा दिया। विपक्ष भी इस घटना को हलके में न लेते हुए उपचुनाव पर रणनीति बनाने में जुट गया है। पढ़िए पूरी खबर…

कोलकाता से रांची की यात्रा
सीएम हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) कोलकाता से सड़क मार्ग के जरिए रांची जा रहे थे। उनके इस यात्रा की जानकारी मिलते ही झामुमो कार्यकर्ता सुबह-सुबह सक्रिय हो गए। बहरागोड़ा में कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया, जिसके बाद सीएम का काफिला रांची के लिए रवाना हो गया। इस दौरान धालभूमगढ़ चौक और घाटशिला के फुलडुंगरी में झामुमो सम्पर्क कार्यालय के पास कार्यकर्ताओं ने उत्साह के साथ उनका अभिवादन किया।
ये भी पढ़ेंः Jharkhand सरकार का बड़ा फैसला, पर्यटन स्थलों पर बढ़ेंगी नागरिक सुविधाएं
झामुमो नेताओं ने किया स्वागत
मुख्यमंत्री के काफिले के साथ बहरागोड़ा में दिवंगत मंत्री रामदास सोरेन के पुत्र सोमेश सोरेन और भतीजे विक्टर सोरेन सहित कई झामुमो नेताओं ने उनका स्वागत किया। लेकिन, मुख्यमंत्री ज्यादा देर तक रुके नहीं, लेकिन गाड़ी में खड़े होकर उन्होंने कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्वीकार किया। सोमेश सोरेन ने इस दौरान सीएम से संक्षिप्त बातचीत भी की और उनके काफिले के साथ रांची तक गए। इस स्वागत ने झामुमो कार्यकर्ताओं में उत्साह का संचार किया।

उपचुनाव की तैयारियों में तेजी
सीएम हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) के इस आंशिक दौरे ने घाटशिला विधानसभा उपचुनाव को लेकर राजनीतिक माहौल को और गर्म कर दिया। झामुमो कार्यकर्ताओं में उत्साह देखा गया, वहीं विपक्षी दलों ने भी इस दौरे को हल्के में न लेते हुए अपनी रणनीतियों पर काम शुरू कर दिया। जिला प्रशासन ने भी सीएम के आगमन को देखते हुए एनएच 18 के किनारे आनन-फानन में उनके बड़े-बड़े कटआउट लगाए, जो इस दौरे के महत्व को दर्शाता है।
ये भी पढ़ेंः Jharkhand: किसान का बेटा शांतनु अब करेगा लंदन में पढ़ाई, झारखंड सरकार ने दिया 1 करोड़ का स्कॉलरशिप तोहफ़ा
घाटशिला उपचुनाव पर सबकी नजर
घाटशिला विधानसभा उपचुनाव (Ghatsila Assembly By-Election) अब झारखंड की राजनीति का केंद्र बिंदु बन गया है। विपक्षी नेताओं की लगातार सक्रियता और अब सीएम के दौरे ने इस क्षेत्र में राजनीतिक गतिविधियों को और तेज कर दिया है। झामुमो कार्यकर्ताओं का मानना है कि सीएम का यह दौरा उपचुनाव में उनकी स्थिति को और मजबूत करेगा, जबकि विपक्ष इस अवसर को अपनी रणनीति को और पुख्ता करने में उपयोग कर रहा है।

