Home Loan लेने वालों के लिए अच्छी खबर, RBI ने दिया बड़ा तोहफा
Home Loan: अगर आप भी अपने सपनों का आशियाना बनाने के लिए होम लोन लेने की सोच रहे हैं तो यह खबर आपको खुश कर देने वाली है। आपको बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक यानी RBI ने हाल ही में होम लोन (Home Loan) से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण नई दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं, इनका उद्देश्य कर्जदारों को लोन भरने में राहत प्रदान करना है। इन नए नियमों के अनुसार, अब होम लोन (Home Loan) लेने वालों को अपनी EMI बढ़ाने या लोन की अवधि (Tenure) बढ़ाने का ऑप्शन मिलेगा। आइए आज के इस खबर में हम विस्तार से जानते हैं RBI के नए नियमों और होम लोन लेने के दौरान ध्यान रखने योग्य कुछ महत्वपूर्ण बातें…
ये भी पढ़ेंः Home Loan: 25 लाख तक होम लोन लेने वालों को मोदी सरकार दे रही सब्सिडी

RBI के नए नियम को जान लीजिए
आपको बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक यानी RBI ने हाल ही में होम लोन लेने वालों के लिए एक नया सर्कुलर (New Circular) जारी किया, सर्कुलर में लोन चुकाने के तरीके को लेकर कुछ महत्वपूर्ण बदलाव भी किए गए हैं। काफी समय से बढ़ती ब्याज दरों के कारण कई होम लोन धारकों को EMI बढ़ाने के बजाय लोन की अवधि बढ़ाने का विकल्प मिला था। लेकिन लंबी अवधि तक लोन चुकाने से कुल ब्याज भुगतान अधिक हो जाता है, जिससे लोन धारक आर्थिक रूप से नुकसान का सामना करना पड़ता है।
इस नए नियम के अनुसार, आरबीआई ने बैंकों और वित्तीय संस्थाओं को यह निर्देश दिया है कि वे कर्जदारों को लोन की अवधि बढ़ाने या EMI बढ़ाने का ऑप्शन प्रदान करें। साथ ही जब ब्याज दरों में बदलाव हो, तो कर्जदारों को दोनों विकल्पों का संयोजन भी अपनाने की अनुमति होगी। इसका अर्थ होता है कि अब लोन धारक अपनी EMI को बढ़ाए बिना, लोन की अवधि को बढ़ा सकते हैं, या फिर दोनों विकल्पों का मिश्रण अपनाकर अपनी वित्तीय स्थिति को बेहतर बना सकते हैं।
ख़बरीमीडिया के Whatsapp ग्रुप को फौलो करें https://whatsapp.com/channel/0029VaBE9cCLNSa3k4cMfg25
EMI बढ़ाने या टेन्योर बढ़ाने का विकल्प
जब ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी होती है तो कर्जदारों को यह फैसला लेने का विकल्प दिया जाता है कि वे अपनी EMI बढ़ाना चाहते हैं या लोन का समय। ज्यादातर, जब ब्याज दरें बढ़ती हैं, तो बैंकों द्वारा लोन की अवधि बढ़ा दी जाती है जिससे कर्जदारों पर EMI का ज्यादा दबाव न बढ़े। हालांकि, लंबे समय तक लोन चुकाने से कुल ब्याज भुगतान अधिक हो जाता है, जिससे कर्जदारों को अंततः अधिक पैसे चुकाने पड़ते हैं।
आरबीआई के नए नियमों के मुताबिक, अब कर्जदारों को यह विकल्प मिलेगा कि वे अपनी EMI बढ़ाएं या लोन की अवधि बढ़ाएं, और यदि जरूरी होतो दोनों विकल्पों का संयोजन भी अपनाएं। यह बदलाव कर्जदारों के लिए राहत की वजह बन सकता है, क्योंकि वे अपनी सुविधानुसार अपने लोन की पुनर्भुगतान अवधि को समायोजित कर सकते हैं।
नए नियमों से कर्जदारों को होगा लाभ
आरबीआई (RBI) के नए नियमों के मुताबिक, कर्जदारों को लोन की पुनर्भुगतान की अवधि बढ़ाने या EMI बढ़ाने का विकल्प मिलने से उन्हें अपनी वित्तीय स्थिति के हिसाब से फैसला निर्णय लेने की आजादी मिलेगी। इसका लाभ यह होगा कि कर्जदार अपने मासिक EMI में वृद्धि किए बिना लोन की अवधि बढ़ाकर अपने वित्तीय बोझ को कम कर सकेंगे। इसके साथ ही अगर वे चाहें तो अपनी EMI बढ़ाकर लोन की अवधि को पहले जैसा रख सकते हैं, जिससे वे कम ब्याज का भुगतान करेंगे और जल्दी लोन चुका सकेंगे।
ये भी पढ़ेंः PNB Account: पीएनबी के खाताधारकों के लिए बड़ी और अच्छी ख़बर
होम लोन लेने से पहले इन बातों का ध्यान रखें
होम लोन (Home Loan) लेने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातों को जान लेना बहुत जरूरी है, जिससे लोन का बोझ ज्यादा न बढ़े और आप आसानी से लोन चुकाते रहें। यहां कुछ महत्वपूर्ण टिप्स दी गई हैं
आर्थिक स्थिति का आकलन करें
लोगों को चाहिए कि होम लोन (Home Loan) लेने से पहले अपनी वित्तीय स्थिति को ठीक से जरूर जान लें। अपनी आय, खर्च और अन्य कर्ज का मूल्यांकन करें, जिससे आप यह समझ सकें कि आपको कितने पैसे का लोन लेना चाहिए और कितने समय के लिए। अगर आप अपनी वित्तीय स्थिति को ध्यान में रखते हुए लोन लेंगे, तो EMI भरना आसान होगा।
एग्रीमेंट को ठीक से पढ़ें
होम लोन लेने से पहले बैंक के साथ किए गए एग्रीमेंट को ठीक तरीके से जरूर पढ़ें। इसमें ब्याज दरें, पुनर्भुगतान अवधि, शुल्क और अन्य महत्वपूर्ण शर्तें होती हैं। इसे समझने के बाद ही साइन करें।
लोन फीचर्स की तुलना करें
बैंकों के बीच लोन की ब्याज दर, लोन अमाउंट, लोन टेन्योर और प्रोसेसिंग चार्ज में अंतर हो सकता है। इसलिए, होम लोन के लिए आवेदन करने से पहले इन सभी फीचर्स की तुलना करें और सबसे उपयुक्त विकल्प चुनें।
क्रेडिट स्कोर पर ध्यान दें
आपका क्रेडिट स्कोर लोन की मंजूरी में बड़ी भूमिका निभाता है। अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है, तो आपको कम ब्याज दर पर लोन मिल सकता है। इसलिए, लोन आवेदन से पहले अपने क्रेडिट स्कोर की जांच करें और सुनिश्चित करें कि वह पर्याप्त अच्छा है।
लोन की अवधि कम रखें
हालांकि लोन की अवधि बढ़ाने से EMI कम हो जाती है, लेकिन इससे कुल ब्याज भुगतान ज्यादा हो जाता है। इसलिए कोशिश करें कि लोन की अवधि कम रखें। इसके लिए आप जितना संभव हो, डाउन पेमेंट करें, ताकि लोन की राशि कम हो और लोन चुकाने की अवधि भी छोटी हो।
लोन का बीमा जरूर कराएं
लोन लेने के समय बीमा करवाना एक बेहतर विकल्प हो सकता है। इससे आपकी परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित होती है, क्योंकि किसी अप्रत्याशित घटना की स्थिति में लोन का भुगतान बीमा कंपनी करेगी।
आरबीआई के नए नियम होम लोन लेने वालों के लिए राहत का कारण बन सकते हैं। इसका कारण है कि अब उन्हें अपनी EMI बढ़ाने या लोन की अवधि बढ़ाने का विकल्प मिल सकेगा। इससे कर्जदार अपनी वित्तीय स्थिति के मुताबिक फैसला ले सकेंगे और लोन चुकाने में राहत पा सकेंगे। होम लोन लेते समय उपरोक्त सभी महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखें, जिससे आप अपने लोन को आसानी से चुकता कर सकें और आर्थिक बोझ से बच सकें।

