HCLTech के इंजीनियर्स के लिए नया फरमान जारी किया है।
HCLTech: एचसीएलटेक के इंजीनियर्स (Engineers) के लिए नया फरमान जारी किया है। भारत की तीसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर एक्सपॉर्ट कंपनी एचसीएलटेक (HCLTech) कर्मचारियों की छुट्टियों को उनकी ऑफिस अटेंडेंस (Attendance) से जोड़ने के लिए एक नई पॉलिसी (New Policy) ला रही है। पॉलिसी का मकसद एम्प्लॉई को हफ्ते में कम से कम तीन दिन और महीने में कम से कम 12 दिन ऑफिस से काम करने के लिए प्रोत्साहित करना है। पढ़िए पूरी खबर…
ये भी पढ़ेः RBI ने Cheque क्लियर को लेकर दी बड़ी खुशखबरी
ख़बरीमीडिया के Whatsapp ग्रुप को फौलो करें https://whatsapp.com/channel/0029VaBE9cCLNSa3k4cMfg25
ऐसा न होने पर नई पॉलिसी (New Policy) के तहत ऑफिस में गैरहाजिरी के हर एक दिन के लिए उनकी छुट्टियां काट ली जाएंगी। कंपनी ने 5 महीने पहले हाइब्रिड वर्क मॉडल लाया था, जिसमें एम्पलाई को हफ्ते में 3 दिन ऑफिस से काम करने के लिए कहा गया था।
हफ्ते में 3 दिन वर्क फ्रॉम ऑफिस
HCLTech के एचआर ने इस हफ्ते से कुछ टीमों को ईमेल के जरिए इस अपडेट के बारे में इन्फॉर्म करना शुरू कर दिया है। नए नियम के मुताबिक जब हमारी छुट्टियां खत्म हो जाएंगी, तो इससे हमारी सैलरी पर असर पड़ सकता है।
अभी, यानी मौजूदा समय में HCLTech के वो एम्पलाई जो 3 साल से कम समय से ऑर्गनाइजेशन के साथ है, उन्हें 18 सालाना छुट्टियां और एक पर्सनल छुट्टी दी जाती है। वहीं कंपनी में 3 साल से ज्यादा समय से जुड़े एम्पलाई को करीब 20 सालाना छुट्टियां और 2 पर्सनल छुट्टियां मिलती है।
HCLTech के प्रवक्ता ने बताया कि उनकी हाइब्रिड वर्क पॉलिसी फ्लेक्सिबिलिटी प्रोवाइड करती है, जिसमें मिडिल और सीनियर लेवल मैनेजमेंट के लोग हफ्ते में 3 दिन वर्क फ्रॉम ऑफिस अरेंजमेंट को फॉलो करते हैं। बाकि सभी एम्पलाई क्लाइंट कमिटमेंट को समय पर पूरा करने के लिए जरूरी वर्किंग अरेंजमेंट को फॉलो करते हैं और ये वर्किंग अरेंजमेंट संबंधित मैनेजर प्लान करते हैं।
ऑफिस में एम्पलाई की लगातार बढ़ रही वापसी
बता दें कि HCLTech के सीईओ और एमडी सी विजयकुमार (C Vijayakumar) ने कहा था कि ऑफिस में एम्पलाई की वापसी लगातार बढ़ रही है। कुछ बिजनेस लाइनों में हम ऑफिस न आकर कहीं से भी काम कर सकते हैं। लेकिन कुछ बिजनेस लाइनों के लिए हमें लगता है कि लोगों को ऑफिस वापस लाना सही स्ट्रेटजी है।
हालांकि IT सर्विसेज कंपनियों ने शुरू में हाइब्रिड वर्क मॉडल अपनाया था, जिससे कर्मचारियों को कहीं से भी काम करने का ऑप्शन दिया गया था। लेकिन जल्द ही चीजें बदलनी शुरू हो गईं क्योंकि IT इंडस्ट्री के ज्यादातर मौजूदा वर्कफोर्स ने कोविड महामारी के दौरान जॉइन किया था और वो कभी भी अपने ऑफिस नहीं गए।
ये भी पढ़ेः Google Maps Trics..अब कोई छिपा नहीं पाएगा अपनी लोकेशन
HCLTech से पहले, टीसीएस भी उस समय विवादों में घिर गई थी, जब कंपनी ने अप्रैल में अपने क्वार्टरली वेरिएबल कॉम्पोनेन्ट को एम्प्लॉई के ऑफिस अटेंडेंस से जोड़ने का फैसला लिया था। इसमें तय किया गया था कि 60 प्रतिशत से कम अटेंडेंस होने पर एम्पलाई इस पेमेंट के लिए एलिजिबल नहीं होगा और लगातार इसका उल्लंघन करने पर एम्पलाई पर सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जा सकती है।
टीसीएस में अब से फुल क्वार्टरली वेरिएबल सैलरी लेने के लिए ऑफिस में एम्पलाई की मिनिमम 85 प्रतिशत अटेंडेंस होनी चाहिए। जिन एम्प्लॉई की ऑफिस अटेंडेंस 75-85 प्रतिशत है, उन्हें उनके वेरिएबल सैलरी का 75 प्रतिशत मिलेगा, जबकि 60-75 प्रतिशत अटेंडेंस वाले कर्मचारियों को उनके वेरिएबल सैलरी का सिर्फ 50 प्रतिशत मिलेगा।
टीसीएस के चीफ एचआर ऑफिसर ने क्या कहा?
कंपनी का यह पैंतरा काम कर गया है। टीसीएस के चीफ एचआर ऑफिसर मिलिंद लक्कड़ (Milind Lakkad) ने बताया कि उनके लगभग 70 प्रतिशत एम्पलाई ऑफिस वापस आ गए हैं। जबकि HCLTech में अभी भी हाइब्रिड अप्रोच है, जिसमें ऑफिस से केवल 3 दिन काम करना अनिवार्य है। वही टीसीएस ने 5 दिन ऑफिस से काम करना अनिवार्य कर दिया है।