नीलम सिंह चौहान, ख़बरीमीडिया
Noida News: योगी सरकार उत्तरप्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर फिक्रमंद है। इसी का नतीजा है कि नोएडा में “ मिशन शक्ति” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसके तहत नोएडा में 500 से ज्यादा ‘शक्ति दीदी’ को पुलिस के साथ जुड़ने को मंजूरी दे दी गई।
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इस दौरान Noida Police कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने “मिशन शक्ति” का दायरा बढ़ाने और हर एक औरत के बीच सुरक्षा के बारे में और अधिक जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए हर एक घर तक इस मिशन को ले जाने की कोशिश पर बल दिया।
लक्ष्मी सिंह ने आगे ये भी कहा कि “शक्ति दीदी” के रूप में ये महिलाएं नामित की गई हैं, महिलाओं से मुद्दे और योजनाओं के बारे में नागरिकों के बीच अधिक जागरूकता बढ़ाने को पुलिस और नागरिक के रूप में एक पुल की तरह काम करेगी। वहीं सुरक्षा मुद्दों से जुड़ी शिकायतों पर उनका मार्गदर्शन करने की ओर ही आगे बढ़ेगी।
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एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मानें तो, जिले के अलग अलग क्षेत्रों से महिला प्रतिनिधि और कार्यकर्ता जनता और पुलिस के बीच मध्यस्था के रूप में ही काम करेगी। आगे अधिकारियों का कहना है कि उनकी भूमिका में महिला की सुरक्षा शिकायत को सशक्तिकरण करना और उनको जागरूक करना उनका उद्देश्य है।
पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने आगे कहा की राज्य सरकार के द्वारा इस पहल को हर एक महिला से अवगत कराना है। उनका आगे ये भी कहना है कि मिशन शक्ति कार्यक्रम मात्र नवरात्र के दौरान ही पैदल गश्त तक ही सीमित नहीं है, इसके अलावा पूरे साल महिलाओं के वित्तीय, भावनात्मक और शारीरिक सशक्तिकरण पर केंद्रित है।
नोएडा की एसीपी सौम्या सिंह के मुताबिक शक्ति दीदियों में अलग अलग पृष्ठभूमि की महिला प्रतिनिधि शामिल है। जो समूह में विभिन्न उच्च वृद्धि वाले समाजों की सक्रिय महिला निवासियों के साथ साथ क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों की महिला कार्यकर्ता भी शामिल है। इनके पास में महिला बीट पुलिस अधिकारियों के लिए संपर्क नंबर होंगे और वे अपने संबंधित क्षेत्रों में औरतों के मुद्दे को संबोधित करने के लिए व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए वरिष्ठ अधिकारी से जुड़ेंगे।
वहीं महिला सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त प्रीति यादव ने कहा कि महिला सुरक्षा विंग ने इस वर्ष जिले भर के कॉलेज, कारखाने, कार्यालय, आवासीय क्षेत्र और मलिन बस्तियों में महिला सुरक्षा, साइबर अपराध जागरूकता, आत्मनिर्भरता और औरतों के अधिकारों से जुड़े भारतीय कानूनों पर 50 से भी ज्यादा सेमिनार आयोजित किए जाएंगे।