Windham Fall: भदोही से मिर्जापुर बर्थडे मनाने गए युवकों का क्या हुआ?
UP Windham Fall: उत्तप्रदेश में कई ऐसे झरने हैं, जो बारिश के दिनों में स्वर्ग के समान नजर आते हैं. इसी मनोरम और रमणीय दृश्य देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटक यहां पहुंचते हैं. यूपी के मिर्जापुर जिले में कोटवां पांडेय गांव में स्थित प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है विंढम फाल(Windham Fall)है. बारिश के मौसम में यहां का नजारा भव्य और दिव्य होता है. पहाड़ों से टकराते हुए फॉल से गिरते पानी की आवाज पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देती है. लेकिन आगे जो हम बताने जा रहे हैं उन तस्वीरों को देखकर आपकी भी रूह कांप उठेगी। और ये तस्वीरें सच्ची घटना पर आधारित है।
क्या है पूरा मामला?
यूपी के भदोही जिले में रहने वाले 4 कर्मचारी जो कि एक कूरियर कंपनी में काम करते थे, 15 जुलाई को बर्थडे सेलिब्रेट करने के लिए विंढम फॉल पहुंचे थे। पीड़ितों के मुताबिक जब तक वो विंढम फॉल पहुंचते, तब तक शाम ढल चुकी थी। ये जानते हुए भी कि विंढम फॉल में शाम के बाद जाने की मनाही है, चारों झरने के पास पहुंच गए।
एक ने झोले से केक निकाला और उसे पत्थर पर रख दिया। दूसरा दोस्त तस्वीरें लेने लगा। केक काटने की तैयारी शुरू हो चुकी थी। तभी मोबाइल से तस्वीर लेने वाले युवक को अपने आसपास रोने की आवाज आई, उसने अनसुना कर दिया। लेकिन जैसे ही उसने केक के फोटो पर फोकस किया, उसे एक परछाई नजर आई। वो समझ चुका था कि यहां भूत-प्रेत चुड़ैलों का साया है। तब तक चुड़ैल की तस्वीर कैमरे में कैद हो चुकी थी।
फोटो खींचने वाले युवक ने फौरन अपने दोस्तों को आवाज दी और भागने को कहा। दोस्तों ने भी केक छोड़ा और जल्दी से बाइक की तरफ दौड़े। तब तक चुड़ैलों ने उन चारों पर हमला कर दिया। उनमें से एक की हाथ नोच ली तो दूसरे का पैर जख्मी कर दिया। तीसरे युवक की पीठ को ही नोच लिया। चौथा युवक जो कि बाइक चला रहा था वो किसी तरह बच गया। सभी बचते-बचाते वापस भदोही पहुंचे और वहां से सीधे अस्पताल। तस्वीरें विचलित कर सकती है इसलिए हम आपको ब्लर करके दिखा रहे हैं.
विंढम फॉल का इतिहास
विंढम फॉल, जिसे विंधम फॉल भी कहा जाता है, विंढम फॉल का नाम 1900 में कलेक्टर रहे पी. विंढम के नाम पर रखा गया था, वह इस क्षेत्र में काफी समय तक रहे और उनके सम्मान में झरने का नाम रखा गया।
इसमें कोई शक नहीं कि विंढम फॉल रहस्यमयी जगह जहां अब तक झरने में गिरने से दर्जनों लोगों की जान जा चुकी है। रात में वहां रहस्यमयी आवाजें आती है। इसलिए सुरक्षा कारणों से गांव वाले लोगों को वहां शाम के बाद जाने से रोकते हैं।
- यहां झरने के तेज बहाव में कुछ लोगों के डूबने की घटनाएं हुई हैं, जिनमें से कुछ की जान भी गई है.
- यहां आने वाले पर्यटकों को सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है.
लापरवाही की वजह से कईयों की जा चुकी है जान
विंढम फॉल में साल 2017 में पानी के अचानक आए तेज बहाव की वजह से 7 लोग बह गए। इनमें 3 की रस्सी के सहारे जान बचा ली गई, जबकि जबकि चार लोगों की मौत हो गई।
डेथ स्पॉट बन चुकी है ये जगह!
1. डेट: 3 सितंबर 2016
नाम- गुलजार हुसैन (लद्दाख- कश्मीर निवासी)
उम्र- 25 साल
जगह- विंढम फॉल
एजुकेशन- बीएचयू बरकछा में एमएससी बायोटेक्नोलॉजी की पढ़ाई कर रहा था।
मौत की वजह- विंढम फॉल पर साथियों के साथ पिकनिक मनाने आया था। पत्थर पर जमी काई पर पैर फिसलने से गहरे पानी में चला गया। जब तक उसे निकाला जाता उसकी मौत हो चुकी थी।
तारीख: 03 जुलाई 2016
नाम- छत्रपाल सिंह (उत्तराखंड)
उम्र- 33 साल
जगह- विंढम फॉल
मौत की वजह- हरिद्वार से साथियों के पिकनिक पर आया था। सेल्फी के चक्कर में वह फॉल में फिसलकर मौत के मुंह में समा गया। एक दिन बाद छत्रपाल का शव बरामद किया गया। बता दें, इस फॉल पर अक्सर लोग पिकनिक मनाने आते हैं, लेकिन कभी सेल्फी तो कभी रिस्ट्रिक्टेड जगह पर जाने से हादसे का शिकार हो जाते हैं।
Disclaimer- ख़बरी मीडिया को भेजी गई तस्वीर और बयान पर आधारित। ख़बरी मीडिया ख़बर की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।

