Ghaziabad News : गाजियाबाद के इंदिरापुरम का एक अपार्टमेंट अचानक से चर्चा में आ गया है। आपको बता दें कि गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाना क्षेत्र के जनसत्ता अपार्टमेंट (Jansatta Apartment) में एक घरेलू सहायिका के साथ मारपीट का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। 17 साल की सहायिका को पिछले एक साल से प्रताड़ित किया जा रहा था। एक एनजीओ की मदद से नाबालिग को मुक्त कराया गया। सहायिका (Helper) के शरीर पर कई जगह चोट के निशान हैं। एनजीओ ने आरोपी महिला के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई है। इंदिरापुरम थाना पुलिस ने महिला के खिलाफ केस दर्ज किया है।
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जानिए पूरा मामला
आपको बता दें कि इंदिरापुरम थाना क्षेत्र स्थित जनसत्ता अपार्टमेंट की सीढ़ी के नीचे छिपी एक किशोरी को बचपन बचाओ आंदोलन के कार्यकर्ता मनीष शर्मा और उसकी टीम ने बचाया है। पड़ोसियों ने फोन कर पूरे इस पूरे मामले की जानकारी एनजीओ को दी। इसकी सूचना पाकर मौके पर पहुंची एनजीओ की टीम ने किशोरी को अपार्टमेंट में बनी सीढ़ी के नीचे से बरामद किया। इसके बाद एनजीओ कार्यकर्ता किशोरी को पास के इंदिरापुरम थाने में ले गए। जहां एनजीओ की ओर से शिकायत दर्ज कराते हुए बताया गया कि पश्चिम बंगाल की रहने वाली 17 वर्षीय किशोरी इंदिरापुरम के जनसत्ता अपार्टमेंट में रीना शर्मा के पास काम करती है। एक साल पहले किशोरी को एजेंट के माध्यम से रीना शर्मा के पास घरेलू सहायिका के लिए तौर पर रखा गया था।
शरीर पर कई जगह चोट के निशान
रीना शर्मा के खिलाफ दी गई शिकायत में आरोप लगाया गया है कि वह नाबालिग किशोरी की चप्पल, डंडे और हाथों से पिटाई करती है। पिछले एक साल से वह किशोरी को छोटी-छोटी बातों पर पीट रही थी। रीना शर्मा के द्वारा किशोरी पर ढहाये गए जुल्मों की गवाही उसके शरीर पर चोट के निशान दे रहे हैं। उसके शरीर पर कई जगह चोट के निशान है साथ ही दोनों हाथों में भी सूजन है।
सुबह 6 से रात 2 बजे तक कराती थी काम
किशोरी ने बताया है कि वह सुबह 6 बजे से रात 2 बजे तक उससे काम करवाया जाता था। रीना शर्मा द्वारा हर दिन शारीरिक और मानसिक रूप से उसे छोटी-छोटी बातों के लिए प्रताड़ित किया जाता है। बचपन बचाओ आंदोलन के कार्यकर्ता मनीष शर्मा ने थाने में आरोपी रीना शर्मा को सख्त से सख्त सजा दिए जाने की मांग की है।
इंदिरापुरम एसीपी स्वतंत्र कुमार सिंह का कहना है कि एक संस्था के कोऑर्डिनेटर की लिखित शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले की जांच कर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।