AajTak Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश की वर्तमान सियासत में गोरखपुर (Gorakhpur) जिला बेहद अहम स्थान रखता है। गोरखपुर यूपी का एक बड़ा जिला और लोकसभा क्षेत्र है। राप्ती और रोहणी (Rohni) नदी के तट पर बसा गोरखपुर लोकसभा सीट से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) 1998 से 2017 तक लगातार 5 बार सांसद रहे हैं। 2019 के चुनाव में गोरखपुर सीट (Gorakhpur Seat) से बीजेपी (BJP) के टिकट पर रवि किशन (Ravi Kishan) विजयी हुए थे।
इस बार गोरखपुर की जनता रवि किशन पर फिर से भरोसा जताती है या बदलाव करने की तैयारी में है इसे जानने के लिए आजतक की टीम सीनियर एंकर अंजना ओम कश्यप (Anjana Om Kashyap) के साथ पहुंची गोरखपुर।
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आजतक की टीम जब गोरखपुर पहुंची तो टीम का भव्य स्वागत हुआ। फिर शुरू हुआ सवालों का सिलसिला। एक ने जवाब दिया-काम तो हो रहा है, गोरखपुर में विकास ही विकास दिखाई दे रहा है।
एक दूसरे व्यक्ति ने कहा कि बीजेपी ने गोरखपुर में जमकर विकास किया है। और इसी का परिणाम है कि बीजेपी 400 से भी ज्यादा सीटें जीतने में सफलता पाएगी। रविकिशन जी ने यहां बहुत काम किया है। जनता के बीच में रहे हैं।
आजतक की टीम जब गोरखपुर यूनिवर्सिटी (Gorakhpur University) पहुंची तो युवाओं ने खुलकर अपनी बात कही।
एक युवक ने कहा कि अगर पिछले कुछ सालों से देखें तो गोरखपुर में तेजी से विकास कार्य हुआ है। हर तरफ विकास कार्य चल रहे हैं।
एक युवती ने कहा कि डरने की जरूरत अब नहीं है। मैं आराम से रात के 10 बजे भी अब सफर कर सकती है। निडर होकर चल पा रही हूं।
तो वहीं एक युवक ने कहा कि इस चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा रोजगार है। सरकार युवाओं के नौकरी के बारे में कोई बात नहीं करती है जो सबसे ज्यादा जरूरी है। इलेक्टोरल बॉन्ड की कोई बात नहीं करता है।
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जानिए सीएम योगी के गढ़ गोरखपुर को
गोरखपुर भारत का एक महत्वपूर्ण धार्मिक केन्द्र है। गोरखपुर में बौद्ध, हिन्दू, मुस्लिम, जैन और सिख सन्तों की साधनास्थली है। मध्यकाल के सर्वमान्य सन्त गोरखनाथ के बाद, उनके ही नाम पर इसका वर्तमान नाम गोरखपुर रखा गया। यहाँ का प्रसिद्ध गोरखनाथ मन्दिर नाथ सम्प्रदाय की पीठ है। यहां हर साल मकर संक्रांति के मौके पर खिचड़ी-मेला लगता है, जिसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। गोरखपुर को इसका नाम संस्कृत शब्द गोरक्षपुरम से मिला है जिसका मतलब होता है गोरखनाथ का निवास।
महान हिन्दी साहित्यकार मुंशी प्रेमचंद और संत कबीर की कर्मस्थली गोरखपुर रहा है। यहां स्थित हिन्दू धार्मिक ग्रन्थों का प्रमुख प्रकाशन संस्थान गीताप्रेस पूरे देश में प्रसिद्ध है। इसना ही नहीं, गोरखपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के मुताबिक विश्व का सर्वाधिक लम्बा प्लेटफॉर्म है।
2018 के उपचुनाव में बीजेपी उम्मीदवार उपेंद्र दत्त शुक्ला भले ही कम वोटों से हारे लेकिन यह हार बीजेपी के लिए पचाने वाली नहीं थी। हालांकि बाद में प्रवीण निषाद के बीजेपी में शामिल हो गए थे।
2019 का परिणाम
2019 लोकसभा चुनाव में गोरखपुर सीट से बीजेपी अभिनेता रवि किशन (रवीन्द्र शुक्ला) ने जीत हासिल की, उन्हें 7,17,122 वोट मिले थे। वहीं सपा के राम निषाद को 4,15,458 वोट मिले थे और कांग्रेस के मधुसूदन त्रिपाठी को 22,972 वोट ही हासिल हुए।
2014 का परिणाम
बात करें लोकसभा चुनाव 2014 की तो इस चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी योगी आदित्यनाथ ने भारी मतों से जीत हासिल की, उन्हें 5,39,127 वोट मिले थे। वहीं सपा के राजमती निषाद को 2,26,344 वोट मिले और बसपा के राम भुवाल निषाद 1,76,412 वोट मिले।