रायबरेली में किसका होगा राज़तिलक..देखिए आजतक का हेलिकॉप्टर शॉट

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AajTak Raebareilly News: जब जब देश में सियासत की बात होती है तो गांधी परिवार का नाम आते ही रायबरेली (Raebareli) का ज़िक्र होना लाज़मी है। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) का रायबरेली सीट हैं जहां गांधी परिवार से सबसे पहले फिरोज गांधी उसके बाद इंदिरा गांधी चुनाव लड़ी थी। 1977 में इंदिरा यहां से हारी भी थी लेकिन तमाम पार्टियों के लिए यह अभेद किला बन चुका था।

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अब बीस साल से यह सोनिया गांधी का गढ़ बना है लेकिन दिलचस्प बात यह है कि कभी यूपी (UP) की सियासत जिस पार्टी के इर्द-गिर्द घूम रही थी, वो पार्टी सिर्फ एक सीट तक ही सिमट गई। कांग्रेस (Congress) की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी इस सीट से चुनकर संसद पहुंचीं थीं। वहीं तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी अमेठी सीट से चुनाव हार गए थे। हालांकि इस बार सोनिया गांधी ने लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। उन्होंने रायबरेली की जनता को भावुक चिट्ठी लिखकर कहा कि अब उनकी उम्र हो गई है और वो चुनाव नहीं लड़ सकती हैं। इसके बाद वह राजस्थान से राज्यसभा चली गईं।

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के बीच गठबंधन हुआ है, जिसके तहत रायबरेली सीट कांग्रेस के खाते में आई है। सोनिया गांधी के बाद इस सीट पर कौन उम्मीदवार होगा, वो नाम तय नहीं हुआ है। कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी इस सीट पर प्रियंका गांधी को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतार सकती है।
रायबरेली की जनता इस बार क्या मूड़ है इसे जानने के लिए आजतक की टीम सीनियर एंकर अंजना ओम कश्यप के साथ पहुंची रायबरेली।

आजतक की टीम जब रायबरेली पहुंची तो यहां पूरी टीम का भव्य स्वागत हुआ। और फिर शुरू हुआ सवालों का सिलसिला। पहला सवाल महिलाओं से हुआ तो जवाब आया कि वोट हमारा रिमोट है। ऐसे हाथों में दीजिए जिससे देश की हिफाजत हो सके। तो दूसरा सवाल हुआ तो जवाब सामने आया कि किसी परिवार के नाम के साथ रायबरेली को जोड़ना गलत है। रायबरेली की जनता चाहती है कि देश और प्रदेश के विकास के साथ रायबरेली का भी विकास हो।

जब अन्य लोगों से सवाल लिया गया तो जवाब सामने कि इस बार कांग्रेस की जमानत जब्त होने जा रही है। सोनिया गांधी जीतने के बाद एक बार भी क्षेत्र में नहीं आई हैं। जनता जान चुकी है कि इनका क्षेत्र के लोगों से कोई लगाव नहीं है। प्रियंका गांधी को अगर चुनाव लड़ना है तो कम से कम एक बार इस क्षेत्र में तो आतीं। घूमने के लिए पहाड़ों पर जाती हैं, विदेश जाती है लेकिन अपने क्षेत्र में नहीं आती हैं।

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तो वहीं एक महिला ने कहा कि रास्ता नहीं है। किधर से जाएं, हमारे घर जाने का रास्ता नहीं है। तो दूसरी महिला ने कहा कि प्रियंका चुनाव लड़े तो ज्यादा अच्छा है। उन्होंने कहा कि अगर प्रियंका सांसद होती हो गांव गांव का रास्ता बन गया होता।

इस कार्यक्रम में आए एक बुजुर्ग ने कहा कि कांग्रेस के लोगों को गर्व करना चाहिए कि अब लाल चौक पर भी तिरंगा लहराता है। मुस्लिम वोटबैंक की राजनीति करने के लिए कांग्रेस पूरी कोशिश कर रही है। प्रियंका जी को यह जवाब देना चाहिए कि संविधान और देश को बचाने वाले कन्हैया कुमार को वो दिल्ली से टिकट देते हैं जो देश के टुकडे टुकड़े करने की सोच रखने वाले यह कैसे संविधान बचाने जा रही है कांग्रेस।

तो कांग्रेस के पक्ष में एक व्यक्ति ने कहा कि रायबरेली में आजतक जितना विकास हुआ है वह गांधी परिवार ने ही किया है। इस सीट से अगर प्रियंका गांधी आती हैं तो उनकी जीत तय है। तो इस पर पलटवार करते हुए एक दूसरे व्यक्ति ने कहा कि रायबरेली की जनता को पिछले पांच सालों में सिर्फ धोखा मिला है। जिससे रायबरेली की जनता इस बार बदलाव का मन बना ली है।

रायबरेली के बारे में जानिए

रायबरेली, उत्तर प्रदेश के लखनऊ डिवीजन का एक प्रमुख शहर है। यह लखनऊ से 80 किलोमीटर की दूरी पर दक्षिण-पूर्व में स्थित है। रायबरेली यूपी का प्रमुख व्यापारिक केन्द्र है। यहां पर कई प्राचीन इमारतें हैं। जिनमें क़िला, महल और कुछ सुन्दर मस्ज़िदें हैं। यह इंदिरा गांधी का निर्वाचन क्षेत्र रहा है। यहां कई उद्योगों की स्थापना की गई है जिनमें केन्द्र सरकार की इंण्डियन टेलीफ़ोन इण्डस्ट्रीज मुख्य है। बेहता ब्रिज, इंदिरा गार्डन, डलमऊ, समसपुर बर्ड सेंचुरी यहां के प्रमख पर्यटन स्थल हैं। दिल्ली से रायबरेली की दूरी 623.5 किलोमीटर और लखनऊ से 814.4 किलोमीटर है।

2019 का परिणाम

सोनिया गांधी इस सीट से लंबे समय से सांसद हैं। 2019 में कांग्रेस उम्मीदवार सोनिया गांधी ने बीजेपी के दिनेश सिंह को डेढ़ लाख से ज्यादा मतों से हराया था। सोनिया को कुल 5,34,918 मिले थे।

2014 का परिणाम

2014 के लोकसभा चुनाव में सोनिया ने बीजेपी के अजय अग्रवाल को साढ़े तीन लाख से ज्यादा वोटों से हराया था। सोनिया को करीब 63 प्रतिशत मत यानी 5,26,434 वोट मिले थे। बसपा तीसरे नंबर पर थी।

2004 से लगातार जीत रही हैं सोनिया गांधी

सोनिया गांधी पहली बार रायबरेली में 2004 में चुनाव लड़ीं और तब से 2019 तक लगातार चुनाव जीतती रहीं। सपा सोनिया गांधी के समर्थन में उम्मीदवार नहीं उतार रही थी। इस बार 2024 में सोनिया गांधी रायबरेली से चुनाव नहीं लड़ेंगी क्योंकि अब वे राज्यसभा के लिए चुन ली गई हैं।