Greater Noida West: ग्रेटर नोएडा के लाखों लोग मेट्रो का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं। ऐसा इसलिए ताकि सुबह-शाम जाम के झाम से मुक्ति मिल सके। दफ्तर आते या दफ्तर जाते वक्त रोजाना लोगों का घंटों टाइम बर्बाद होता है। पेट्रोल खर्च होता है वो अलग।
इसी को लेकर नेफोवा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में घर ख़रीदारों पिछले एक साल से हर रविवार सैंकड़ों की तादाद में शामिल होकर फ्लैट, रजिस्ट्री और मेट्रो को लेकर आवाज़ बुलंद कर रहे हैं। आज एक बार फिर एक मूर्ति पर विरोध प्रदर्शन किया और मेट्रो की मांग दोहराई। घर ख़रीदारों का कहना है कि चुनाव में हर बार वादा किया जाता है लेकिन 10 साल बाद भी मेट्रो ट्रेन का कोई अता-पता नहीं है।
आंदोलन में अहम भूमिका निभा रहे मिहिर गौतम, दीपांकर कुमार, राजकुमार, रवींद्र सिन्हा, महेश यादव, चंदन सिन्हा, रोहित मिश्रा, आर सी भट्ट, पवन चौधरी, अनुराग खरे ने कहा है कि ये आंदोलन मेट्रो के शिलान्यास होने तक जारी रहेगा। उनका कहना है कि चुनावी मौसम में मेट्रो की बात होती है और चुनाव के बाद नेता भूल जाते हैं। उनका ये भी कहना है कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट एनसीआर का एकमात्र इलाका है, जहां आज तक सार्वजनिक परिवहन का कोई साधन नहीं है।
हर हफ़्ते आंदोलन में शामिल हो रहे शैलेश कुमार सिंह, सीवी सिंह, बिपिन प्रसाद, दीपक गुप्ता, गंगेश कुमार, राजकुमार वर्मा, विशाल श्रीवास्तव, नकुलेश्वर पांडेय, अशोक श्रीवास्तव, सुहैल ख़ान, राकेश रुहेला, कुंदन श्रीवास्तव ने कहा है कि कब तक हमें झूठे वादों से भरमाया जाएगा। जिस रूट पर मेट्रो की सबसे ज़्यादा ज़रूरत है उस रूट की अनदेखी की जा रही है। उन लोगों का कहना है कि क्या गलती हुई है कि सबसे ज़्यादा अनदेखी ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लोगों की हो रही है।
आंदोलन में शामिल हुए अनुप दुबे, राकेश रंजन, प्रमोद श्रीवास्तव, बद्रीश श्रीवास्तव, राजेश्वर, एलडी शर्मा, योगेश श्रीवास्तव, डॉ वीरेंद्र कुमार, टीएस बिष्ट, जी अंसारी, अजय कुमार, उमेश सिंह, अजय कथुरिया का कहना है कि अगर मेट्रो की मांग नहीं मानी गई तो जल्द भूख हड़ताल करेंगे। सभी घर ख़रीदारों ने कहा है कि ये आंदोलन एकजुट होकर जारी रहेगा और ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को जोड़ेंगे।