Jyoti Shinde,Editor
देहरादून: – देवभूमि उत्तराखंड में शिक्षा व्यवस्था को और ज़्यादा आधुनिक बनाने और राज्य के बच्चों तक प्रभावी तौर पर इसे पहुंचाने की शुरुआत कर दी गई है। ख़ास मौके पर माननीय केंद्रीय शिक्षा मंत्री, श्री धर्मेंद्र प्रधान(Dharmendra Pradhan) उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी(Pushkar Singh Dhami) और उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री, श्री धन सिंह रावत(Dhan Singh Rawat) ने देहरादून में बने विद्या समीक्षा केंद्र (VSK) का उद्घाटन किया।
विद्या समीक्षा केंद्र (VSK) का मकसद राज्य के प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा को AI(Artificial Intelligence) के दौर के मुताबिक आधुनिक और सार्थक बनाना है।
इस नवीनतम VSK मॉडल की प्रेरणा माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी(PM Narendra Modi) के डेटा-आधारित शिक्षा के विज़न पर आधारित है, और इस मॉडल को सबसे पहले प्रधानमंत्री जी ने स्वयं पिछले वर्ष गुजरात में लांच किया था ।
श्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि विद्या समीक्षा केंद्र(VSK) आज के दौरे में बच्चों की जरुरत बन गया है। इसकी मदद से बच्चे ना सिर्फ आधुनिक शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे बल्कि आने वाले समय में रोजगार में इस शिक्षा का बेहतर उपयोग कर सकेंगे।
खासकर VSK में प्रयोग होने वाला SwiftChat प्लेटफार्म विद्यार्थियों, शिक्षकों के साथ अभिभावकों(Parents) को भी एक साथ जोड़े रहता है। ताकि रियल टाइम में बच्चों को आधुनिक शिक्षा की जानकारी हासिल हो सके। और हंसते-खेलते वो शिक्षा को बिना की प्रेशर के पूरा सकें।
आपको बता दें विद्या समीक्षा केंद्र अपने ‘3S’ वादों को पूर्ण करता है। और वो वादे हैं-“संपूर्ण विद्यार्थी, समर्थ शिक्षक और सशक्त प्रशासक”।
महत्वपूर्ण कार्यक्रम के दौरान श्री धमेंद्र प्रधान ने VSK केंद्र का दौरा किया, जिसमें ConveGenius द्वारा विकसित SwiftChat चैटबॉट प्लेटफॉर्म की भी उन्हें जानकारी दी गई।
वहीं राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का मानना है कि “सभी बच्चों को उच्चतम शिक्षा का अधिकार देना हमारा संकल्प है। VSK इस संकल्प को जल्दी और प्रभावी रूप से पूरा करने में बहुत मदद करेगा।”
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री श्री रावत ने कहा, “VSK के साथ हम उत्तराखंड में बेहतर परिणाम ला सकेंगे, हमारे मेहनती शिक्षकों के लिए अधिक संसाधन उपलब्ध होंगे और हमारे अधिकारी बेहतर शैक्षिक वातावरण के लिए मज़बूत निर्णय लेने में सक्षम होंगे।”
ConveGenius के सीईओ जयराज भट्टाचार्या(Jairaj Bhattacharya) का मानना है कि मॉडर्न एजुकेशन आज बच्चों की जरुरत बन चुका है। इस तरह के एजुकेशन से बच्चे ना सिर्फ मानसिक तौर पर मजबूत होते हैं। बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में कुछ नया करने की भावना हर वक्त उनके दिमाग में चलनी शुरू हो जाती है। इस तरह की शिक्षा से राष्ट्र को नई पहचान मिलेगी और भारत तरक्की के रास्ते पर आगे बढ़ेगा।
ConveGenius के को-फाउंडर, शशांक पांडे(Shashank Pandey) ने कहा कि, “विद्या समीक्षा केंद्र के जरिए बच्चे बेहद कम समय और आसान टेक्नोलॉजी के जरिए आधुनिक शिक्षा ग्रहण कर पाएंगे। इससे बच्चों का तो विकास होगा ही। आगे चलकर वो राज्य की बेहतरी में भी बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। साथ ही साथ बच्चों के भविष्य को लेकर अभिभावकों की जो टेंशन है, वो भी दूर हो जाएगी।
आपको बता दें VSK सभी जिलों, ब्लॉकों और स्कूलों के लिए डैशबोर्ड और चैटबॉट पर रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा। इस जानकारी से विद्यार्थियों के डेवलमेंट..शिक्षक प्रशिक्षण और स्कूल से जुड़े सभी पहलुओं पर शिक्षा विभाग की नज़र रहेगी। अब शिक्षक डेटा-अनुसार अपनी शिक्षण रणनीतियों में संशोधन कर सकते हैं, जिससे हर विद्यार्थी की जरूरत पर ध्यान दिया जा सकता है।”
VSK के आरंभ होते ही, उत्तराखंड सरकार ने आने वाली पीढ़ियों के लिए शिक्षा की पुनः कल्पना करने की दिशा में एक सुनिश्चित कदम बढ़ाया है।