Vastu Tips: स्टडी रूम में करें बदलाव..बच्चों के पढ़ने में मन लगेगा

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Vastu Tips For Study Room: हिंदू धर्म में वास्तु का बहुत महत्व बताया गया है। वास्तु शास्त्र (Vaastu Shaastra) के नियमों के पालन से न सिर्फ हमारे जीवन में आ रही बाधाएं समाप्त होती है बल्कि जीवन में सकारात्मकता (Positivity) भी बनी रहती है। वास्तु के नियमों के पालन से कई दोषों से भी छुटकारा मिल जाता है। वास्तु शास्त्र (Vaastu Shaastra) में घर, रहन-सहन, खान-पान के तौर तरीके आदि सभी के बारे में नियम बताए गए हैं। सभी को इसके नियमों का पालन करने की भी सलाह दी जाती हैं। खासतौर पर विद्यार्थियों को वास्तु नियमों का तो जरूर पालन करना चाहिए।

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विद्यार्थियों को पढ़ाई करने के लिए एक अच्छे वातावरण की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। अच्छे वातावरण की सहायता से पढ़ाई में एकाग्र होने में आसानी होती है। लेकिन कई बार कोशिश करने के बाद भी पढ़ाई में मन नहीं लग पाता है। धीरे-धीरे ये चीजें मानसिक तनाव की वजह भी बनने लगती हैं, जिसका असर भविष्य पर हो सकता है। ऐसे में हमेशा स्टडी रूम या पढ़ाई करने वाली जगह पर वास्तु (Vaastu) का विशेष ध्यान देना चाहिए। इससे पढ़ाई करने में मन लगता है और सकारातम्क ऊर्जा का संचार होता है। आइए आज के इस खबर में स्टडी रूम से जुड़े वास्तु नियमों को जानते हैं।

वास्तु के इन नियमों का जरूर करें पालन

वास्तु के मुताबिक बच्चों की पढ़ाई की टेबल (Study Table) दक्षिण दिशा में रखनी चाहिए, जिससे पढ़ाई के दौरान मुंह उत्तर, पूर्व अथवा उत्तर-पूर्व में रहे। इस दिशा में मुंह होने से छात्र एकाग्रचित्त रहता है।
चमेली का पौधा स्टडी रूम (Study Room) में लगाने से तनाव खत्म होता है। कमरे में इस पौधे के होने से विद्यार्थी का पढ़ाई में आसानी से मन लगा रहता है।

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वास्तु शास्त्र (Vaastu Shaastra) के मुताबिक स्टडी रूम में गणेश जी की फोटो लगाना शुभ होता है। यदि बच्चे रोजाना उनकी पूजा करते हैं, तो बुद्धि में और तेजी से विकास होता है और याददाश्त बढ़ती है।
स्टडी रूम में गंदगी होने से पढ़ाई पर बुरा खराब असर पड़ता है। वास्तु के मुताबिक स्टडी रूम हमेशा साफ होना चाहिए। साथ ही बच्चों को सुबह ब्रह्म मुहूर्त में पढ़ाई जरूर करनी चाहिए।
जीवन में रंगों का भी खास महत्व होता है, इसलिए स्टडी रूम में दीवारों को उचित और प्रेरणादायक रंगों से रंगना चाहिए। सही रंग के चयन से मन प्रेरित होता है।
वास्तु शास्त्र के मुताबिक अध्ययन कक्ष के पास शौचालय होना अच्छा नहीं माना जाता है। इससे नकारात्मकता बढ़ती है। इसके अलावा पढ़ाई से भी मन भटकता है।
वास्तु शास्त्र (Vaastu Shaastra) के मुताबिक स्टडी रूम में प्राकृतिक प्रकाश पर्याप्त स्तर में होना चाहिए। कमरे में खिड़कियां जरूर होनी चाहिए, इससे सूर्य की रोशनी आती है, जो मन को शांत करती है।