UP News: प्रयागराज से बनारस का सफर होगा आसान, होने जा रहा है यह काम
UP News: संगमनगरी प्रयागराज से बनारस (Banaras) जाने वाले लोगों के लिए बड़ी अच्छी खबर है। आपको बता दें कि प्रयागराज से बनारस का सफर अब और भी आसान होने वाला है। अभी प्रयागराज (Prayagraj) से बनारस जाने के लिए सिक्स लेन की सड़क उपलब्ध है, लेकिन इस पर ट्रैफिक की संख्या काफी ज्यादा बढ़ गई है। कई बार जाम के कारण यात्रियों का काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसी को देखते हुए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने एनएचएआइ (NHAI) को वैकल्पिक मार्ग बनाने के आदेश दिया है।

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बनारस से मीरजापुर (Mirzapur) होते हुए प्रयागराज तक गंगा के किनारे एक और ग्रीनफील्ड सड़क बनाने के लिए सर्वे का काम शुरू होने जा रहा है। डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार किया जा रहा है। लगभग 160 किलोमीटर यह सड़क काफी हद तक बिहार, झारखंड और बंगाल समेत कई दूसरे राज्यों से आने-जाने वाले यात्रियों के लिए सुविधा प्रदान करने में सक्षम होगी।
एनएचएआइ (NHAI) डीपीआर (DPR) बनाने के लिए परियोजना की व्यवहारिकता की जांच करा रही है। व्यवहार्यता रिपोर्ट में परियोजना की संभाव्यता, जोखिमों और चुनौतियों के विश्लेषण के साथ ही उद्देश्य, आर्थिक लागत और लाभों का मूल्यांकन होगा।
एलाइनमेंट तय करने के लिए सिमुलेशन साफ्टवेयर, जीआइएस, थियोडोलाइट और जीपीएस जैसे सर्वेक्षण उपकरणों का प्रयोग किया जाएगा। लगभग 1 साल तैयार होने वाली इस रिपोर्ट में प्लॉट की जरूरत और और कुल लागत राशि का समग्र आकलन होगा। जमीनों की प्रकृति व क्षेत्रफल का मूल्यांकन किया जा रहा है।
नए सिरे से ट्रैफिक लोड की जांच की जाएगी और यह भी देखा जाएगा कि चारों जिलों के मध्य गंगा के रास्ते कितने लोग आवाजाही के लिए इच्छुक हैं। इसके बाद तय होगा कि सड़क को दो लेन बनाया जाए या फिर चार लेन। एनएचएआइ के पूर्वी क्षेत्र के क्षेत्रीय अधिकारी एसके आर्या के मुताबिक मंत्रालय ने डीपीआर मांगा है, इस दिशा में कार्य शुरू हो गया है। लगभग 1 साल में डीपीआर को आखिरी रूप दिया जा सकेगा। विस्तृत आकलन के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
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रामनगर मल्टीमाडल टर्मिनल से जोड़ी जा सकती है यह परियोजना
आफको बता दें कि प्रयागराज से भदोही (Bhadohi), मीरजापुर होते हुए नई सड़क को रामनगर के मल्टीमाडल टर्मिनल तक भी जोड़ा जा सकता है। लगभग 6 साल से वाराणसी से हल्दिया तक राष्ट्रीय जलमार्ग एक को विस्तार देने का काम हो रहा है। पूर्वोत्तर से दक्षिण भारत तक माल ढुलाई के लिए निर्बाध गलियारा विकसित किया जा रहा है।
मल्टीमाडल लाजिस्टिक पार्क तैयार किया जा रहा है। ऐसे में परियोजना को धरातल पर उतरने के बाद हाईवे व जलमार्ग का संयोजन दिखेगा। सड़क परियोजना से चारों जिलों के सैकड़ों गांव व नगरीय इलाके प्रभावित होंगे, इसके लिए प्रस्तावित मार्ग के आसपास की जमीनों का विवरण जुटाया जाएगा।

