Noida Farmers Protest: नोएडा और ग्रेटर नोएडा के के किसानों (Farmers) का आंदोलन भले ही आज ख़त्म हो गया लेकिन अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करते हुए दिल्ली -NCR को पूरी तरह जाम कर दिया। मुआवजे (Compensations) की मांग कर रहे किसानों को रोकने के लिए एंट्री प्वाइंट पर धारा 144 लागू कर दी गई। देखिए तस्वीरें…
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आज़ क्या-क्या हुआ?
आपको बता दें कि करीब एक महीने से नोएडा के एनटीपीसी दफ्तर पर धरना दे रहे किसानों की कोई सुनवाई न होने पर नोएडा के किसान आज दिल्ली के लिए रवाना हुए। लेकिन, नोएडा पुलिस ने उन्हें प्रेरणा स्थल के पास बैरिकेड लगाकर रोक दिया। वहां सैकड़ों की संख्या में किसान और पुलिस फोर्स मौजूद थी। किसानों की आज दिल्ली कूच करने की तैयारी थी। लेकिन, इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
जिले में अपनी मांगों को लेकर लंबे समय से धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों ने 8 फरवरी को संसद घेराव के लिए दिल्ली कूच का ऐलान किया। पूर्व घोषणा के अनुसार हजारों किसान जिले से एकत्रित होकर दिल्ली के लिए निकल पड़े। वहीं पुलिस एवं प्रशासन ने भी किसानों को रोकने के बंदोबस्त किए। पुलिस ने रास्ते में बीच बीच में बेरिकेडिंग भी कर दी।
लेकिन किसानों का जोश भारी दिखा। किसानों को पुलिस ने महामाया फ्लाईओवर के पास रोक लिया। किसानों और पुलिस के बीच जोर आजमाइश चली। मौके पर भारी पुलिस बल ने दिल्ली जाने वाले रास्तों को पूरी तरह ब्लॉक कर दिया । चिल्ला बार्डर पर भारी पुलिस बल की तैनात कर दी गई थी।
सड़कों पर किसानों का रैला
गौतमबुद्ध नगर के किसानों ने करीब 10 दिन पहले ऐलान कर दिया था। किसानों के करीब बीस संगठनों ने महापंचायत करके संयुक्त घोषणा की। किसानों ने कहा था कि हम लोग पिछले करीब एक साल से लगातार आंदोलन कर रहे हैं। किसानों की पंचायत, महापंचायत और धरना-प्रदर्शन चल रहे हैं। सरकार और विकास प्राधिकरण के कानों पर जूं नहीं रेंग रही है।
यही वजह है कि किसानों ने 8 फरवरी को दिल्ली कूच का ऐलान किया था। इस घोषणा के मुताबिक बुधवार की सुबह नोएडा, ग्रेटर नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट, दनकौर, ज़ेवर, रबूपुरा, दादरी, सिकंदराबाद, बुलंदशहर, खुर्जा, अलीगढ़ और गाजियाबाद से किसानों के समूह बीते मंगलवार की रात और बुधवार की सुबह नोएडा-ग्रेटर नोएडा पहुंचे। अब सुबह 11 बजे से किसानों के जत्थों ने दिल्ली की तरफ कूच कर दिया।
जानिए क्या है पूरा मामला?
किसान सभा के जिला अध्यक्ष डॉ. रूपेश वर्मा ने बताया कि किसान बढ़ा हुआ मुआवजा, स्थानीय लोगों को रोजगार, 10 प्रतिशत प्लॉट और आबादी की समस्या के पूर्ण निपटारे की मांग कर रहे हैं। दोनों जगहों पर अब तक कोई भी स्थानीय नेता किसानों की समस्याएं सुनने नहीं पहुंचा है।
किसान जनप्रतिनिधियों के साथ ही जिला प्रशासन के अधिकारियों से भी नाराज हैं। वे भी उनकी मांगों को ऊपर तक नहीं पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने एनटीपीसी और नोएडा प्राधिकरण को काफी समय दे दिया है। लेकिन, अब तक हमारी मांगों को लेकर सिर्फ कागजी खानापूर्ति ही की जा रही है। इसलिए अब आंदोलन को और तेज किया जाएगा। इस आंदोलन में भारी संख्या में महिलाओं ने भी हिस्सा लिया।
शहर की सड़कों पर बढ़ा ट्रैफिक का दबाव
किसान आन्दोलन के चलते पुलिस ने नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे महामाया फ्लाईओवर, किसान चौक तथा दिल्ली के सभी बॉर्डरों पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी। किसान आन्दोलन को देखते हुए दिल्ली एवं नोएडा की ओर जाने वाले वाहनों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई। जगह जगह एक एक कर वाहनों की जांच कर आगे बढ़ाया गया।
नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने किसान धरना प्रदर्शन को देखते हुए नोएडा एवं ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के करीब स्थित सभी स्कूलों की बसों को चिल्ला बॉर्डर, महामाया फ्लाईओवर तथा नोएडा एक्सप्रेस-वे जाने से बचने की सलाह दी। ट्रैफिक पुलिस ने दिल्ली जाने के लिए हाजीपुर अंडरपास, सेक्टर-93 अंडरपास का प्रयोग कर नोएडा शहर के आंतरिक मार्ग का वैकल्पिक प्रयोग करने की सलाह दी। इससे शहर के अंदर की ट्रैफिक व्यवस्था पर काफी दबाव बढ़ गया। ग्रेटर नोएडा वेस्ट और नोएडा में अधिकांश मार्गों पर ट्रैफिक रूक रूक कर चलता दिखाई दिया।
प्रशासन ने सारे बॉर्डर सील किए
दूसरी तरफ पुलिस ने किसानों को दिल्ली में दाखिल नहीं होने देने का पूरा इंतजाम कर रखा था। नोएडा और दिल्ली के सारे बॉर्डर सील कर दिये गये। कालिंदी कुंज, चिल्ला बोर्ड और डीएनडी पर भारी फोर्स तैनात किया गया। ऊंची बैरिकेडिंग लगायी गई । दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस ने भी किसानों को रोकने के पुख्ता इंतजाम किए ।
किसानों ने बेहद रणनीतिक तरीके से दिल्ली कूच किया। सबसे आगे हजारों महिलाओं का जत्था बॉर्डर पर पहुंचा। उसके पीछे युवा और फिर बुजुर्गों की जमात ने कूच किया। शुरुआत में किसानों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक हुई। किसान सड़क पर डेरा डालकर बैठ गए।
राज्य सरकार से सुनवाई नहीं हुई तो केंद्र का लिया सहारा
नोएडा और ग्रेटर नोएडा के किसान महापंचायत के बाद आज दिल्ली के लिए पैदल मार्च कर रहे थे। लेकिन, नोएडा पुलिस ने उन्हें दलित प्रेरणा स्थल के पास रोक दिया । किसान आगे जाना चाह रहे थे, लेकिन उन्हें बीच में ही रोक लिया गया है। वहीं दूसरी तरफ किसानों का कहना है कि वह अपनी मांगों को लेकर दिल्ली जाएंगे। क्योंकि करीब एक महीने से नोएडा के किसान सांसद और विधायक के सामने अपनी मांगों को रख रहे थे, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही थी।
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में हाई अलर्ट
अपनी मांगों को लेकर किसान हजारों की संख्या में इकट्ठा होकर दिल्ली के संसद भवन की तरफ जाना चाहते हैं। इसके लिए काफी समय से प्लानिंग की जा रही थी। गांव-गांव में जनसंपर्क अभियान चला जा रहा था। जिसमें फैसला लिया गया कि गुरुवार 8 फरवरी-2024 को किसान इकट्ठा होकर दिल्ली जाएंगे। इस जानकारी के बाद पुलिस भी एक्टिव हो गई। इस समय नोएडा और ग्रेटर नोएडा में धारा-144 के साथ हाईअलर्ट भी है।
पुलिस का प्रयास था कि कोई भी किसान दिल्ली ना पहुंच पाए। इसके लिए अलग-अलग स्थान पर अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई । इन किसानों में काफी महिलाओं की संख्या भी थी लेकिन किसान किसी भी दबाव में आने को तैयार नहीं हुई।