Noida News: नोएडा में 22 वर्षीय स्टूडेंट की हार्ट अटैक (Heart Attack) से मौत की खबर सामने आई है। छात्र गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी से बीसीए की पढ़ाई कर रहा था। माता-पिता की इकलौती संतान की मौत ने परिवार (Family) को तोड़कर रख दिया है। वहीं ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर (Doctor) को हार्ट अटैक का मामला सामने आया है। पढ़िए पूरी खबर…
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उत्तर प्रदेश के नोएडा से 2 हैरान करने वाले मामले सामने आए हैं। दोनों हमारे आपके दिल से जुड़े हुए हैं। ग्रेटर नोएडा के गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी (Gautam Buddha University) में पढ़ने वाले बीसीए फाइल ईयर के स्टूडेंट मयंक की हार्टअटैक से मौत हो गई। वहीं ऑपरेशन कर रहे डॉक्टर को हार्ट अटैक आने के बाद अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
इन 2 घटनाओं ने सवाल खड़ा कर दिया
जांच में पता चला है कि उनकी आर्टरी में ब्लॉकेज था। आई सर्जन को हार्ट अटैक के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया। ईसीजी कराने पर हार्ट में दिक्कत की जानकारी मिली। निजी अस्पताल में हुई एंजियोप्लास्टी कराई गई है। इन 2 घटनाओं ने सवाल खड़ा कर दिया है। आखिर नोएडा के दिल को क्या हो गया है? कम उम्र में ही हार्ट अटैक का खतरा क्यों बढ़ रहा है?
अचानक जमीन पर गिरा और छात्र की मौत
गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने वाले मयंक (Mayank) बीते 7 जनवरी को अचानक जमीन पर गिर गए। आनन-फानन में उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। छात्र घर का इकलौता बेटा था। प्राप्त जानकारी के मुताबिक दादरी कोतवाली में तैनात सब इंस्पेक्टर प्रवीण पवार के बेटे मयंक गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी (जीबीयू) में बीसीए अंतिम वर्ष के छात्र थे। वह यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में रहते थे। मयंक की अचानक तबीयत खराब हो गई और बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़े।
साथी छात्रों ने इसकी जानकारी यूनिवर्सिटी प्रशासन को दी और तुरंत कासना स्थित राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (Jims) में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने वहां उसे मृत घोषित कर दिया। इसकी सूचना परिजनों को दी गई। इकलौते बेटे की मौत से घर में कोहराम मच गया। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। परिजनों ने हार्टअटैक से मौत की पुष्टि की है।
कोई मेडिकल हिस्ट्री नहीं
प्रवीण पवार ने बताया कि बेटे मयंक की कोई मेडिकल हिस्ट्री नहीं थी। 3 महीने पहले ही रुटीन चेकअप कराया था। तब सब कुछ सामान्य था। उन्होंने बताया कि बेटे को कोरोना की 2 डोज लगी थीं।
ऑपरेशन कर रहे डॉक्टर को हार्ट अटैक
सेक्टर-39 के जिला अस्पताल में आई सर्जन एक डॉक्टर को मरीज की आंख का ऑपरेशन (Operation) करते वक्त हार्ट अटैक आ गया। ऑपरेशन थियेटर (Operation Theatre) में साथ में मौजूद टीम ने डॉक्टर की ईसीजी जांच कराई तो स्थिति सामान्य नहीं मिली। इसके बाद पास के अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां जांच में डॉक्टर की एक आर्टरी ब्लॉक मिली। उसी वक्त उनकी एंजियोप्लास्टी की गई। इसके बाद उनकी हालत में सुधार है।
बता दें कि जिला अस्पताल के आई सर्जन डॉ. यतेंद्र कुमार (Dr. Yatendra Kumar) एक मरीज की आंखों का ऑपरेशन कर रहे थे। इसी दौरान करीब 42 साल के डॉक्टर को पसीना आने लगा। साथियों ने पसीना आने की वजह भी पूछी तो डॉक्टर ने सब सामान्य बताया।
कुछ देर बाद डॉक्टर (Doctor) को घबराहट शुरू हो गई और वह अपने पैरों पर ठीक से खड़े भी नहीं हो पा रहे थे। ऑपरेशन थियेटर में मौजूद टीम उनको इमरजेंसी में ले गई। ईसीजी जांच कराने पर हार्ट की स्थिति असामान्य मिली। डॉक्टर को पास के निजी अस्पताल में ले जाया गया। वहां कार्डियोलॉजी टीम ने उनकी जांच की। जांच में उनकी सिंगल आर्टरी में 100 प्रतिशत ब्लॉकेज होने से हार्ट अटैक की जानकारी हुई।
जानकारी करने पर पता चला है कि डॉ. यतेंद्र की दिल की परेशानी से जुड़ी कोई मेडिकल हिस्ट्री भी नहीं है। वह एक बार कोरोना पॉजिटिव भी हुए हैं। कोविड वैक्सीन की तीनों डोज इनके लगी हुई हैं।
सीने में दर्द या बेचैनी होने पर कराएं तुरंत जांच
फोर्टिस अस्पताल के डायरेक्टर और एचओडी (Cardiology) डॉक्टर संजीव गेरा (Sanjeev Gera) ने बताया है कि हार्ट अटैक का सबसे आम संकेत सीने में दर्द या बेचैनी होना होता है। सीने का दर्द, गर्दन, जबड़े, पीठ या पेट तक पहुंच सकता है। यह दर्द कई मिनट तक बना रह सकता है।
हार्ट का सामान्य रूप से नहीं धड़कना की खतरा है। धड़कनों (Beats) की रफ्तार बढ़ने के साथ चक्कर आना भी हार्ट अटैक का संकेत है। ऑक्सीजन की कमी से चक्कर, पसीना आना भी हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है। अचानक से सांस का फूलना भी हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है। ऐसे में सावधानी बरतनी जरूरी है।