Surajkund Mela: सूरजकुंड में ओडिशा की धूप अगरबत्तियां और छेनी-हथौड़ों की ठक-ठक आकर्षण का केंद्र
Surajkund Mela: कहते हैं जिस पत्थर को छेनी और हथौड़े की मार से दर्द हो वह कभी मूर्ति नहीं बन सकती। मूर्ति बनने के लिए चाहिए सहनशक्ति, एकाग्रता, विश्वास और इन्हीं तत्व से मिलकर मूर्ति को उसका रूप दिया जाता है।
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