ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सोसायटी सुपरटेक इकोविलेज-1 के निवासी अब आर-पार के मोड में आ गए हैं। वजह है मैनेजमेंट की नाफरमानी..जिसे देखते हुए यहां के निवासी एक बार फिर से बड़े आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं।
संदेश कुछ इस तरह है:
“प्रिय साथियों, जिस प्रकार बिल्डर का यहां की समस्याओं को लेकर उदासीन रवैया है,इससे भविष्य में घोर संकट का अंदेशा है। शांति प्रक्रिया अपना कर भी देख लिया पर कुव्यवस्था कम होने का नाम नहीं ले रहा है। अब आर पार करने का समय आ गया है।”
“आप सभी साथियों से अनुरोध है की इस कुव्यवस्था को जड़ मूल से खत्म करने के लिए पूरी जिम्मेदारी के साथ इस मुहिम से जुड़े और आपको लगता है की अब बहुत हो चुका,अब और नहीं तो होने वाले महा प्रोटेस्ट में अपना नाम दर्ज करें।”
निवासियों का कहना है की 1 किलोवाट लोड बढ़ाने के एवज में 29500 चार्ज किया जा रहा है जो नए इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाने की दर से भी ज्यादा है। नए लोड के लिए सरकारी दर 110/- प्रति किलोवाट होना चाहिए लेकिन इस शुल्क को दरकिनार किया जा रहा है।
निवासियों का आरोप है कि बिल्डर ने 12 साल बाद भी कई टावरों में लिफ्ट, फायर अलार्म सिस्टम नहीं दिया है। क्लब,स्विमिंग पूल की हालत भी बहुत अच्छी नहीं है। बेसमेंट की हालत नर्क के समान है। जगह जगह सीवर का पानी,कूड़ा,मलवा चारों तरफ फैला है। नए STP का निर्माण सालों से अटका है फिर भी फ्लैट बायर्स पूरा मेंटेनेंस दे रहे हैं जबकि सुविधा अधूरी मिल रही है।
निवासियों का कहना है की 2010 में बुक किए गए फ्लैट का पजेशन 2012 में बिल्डर को फ्लैट और पार्किंग तैयार करके देना था लेकिन बिल्डर पार्किंग अभी तक पूरी तरीके से तैयार नहीं कर पाई है और मनमाने तरीके से पार्किंग की दर पांच लाख कर दी जबकि वो 2012 के रेट से होना चाहिए। किराए पर रहते हुए घर बुक कराने वाले निवासी को 10 साल से ज्यादा किराए पर रहना पड़ा और अब बिल्डर को भी पांच लाख पार्किंग के लिए कहां से देंगे।