समय दोपहर 1 बजे, जगह- सुपरटेक ईकोविलेज-1 का गेट नंबर 2.. गेट के सामने भीड़-भाड़। सड़क पर एक लड़का-एक लड़की और पीछे लड़की की फैमिली। लड़की की मां, पापा, भाई-भाभी। सब एक साथ लड़के पर पिल पड़े। हर तरफ से लात-घूंसों की बारिश। लड़की चीखती रही, चिल्लाती रही। लड़के को छोड़ देने की गुजारिश करती रही। पुलिस को कॉल करने को कहती रही, लेकिन किसी ने इसकी जहमत नहीं उठाई।
हालांकि दोनों बालिग थे। अपने फैसले ले सकते थे। लेकिन परिजनों को ये बात रास नहीं आ रही थी। लड़की कौन थी, लड़का कौन था, दोनों कहां रहते हैं। चूंकि मामला दोनों की प्राइवेसी का है इसलिए खबरीमीडिया इसका खुलासा नहीं कर रहा है। लड़का काफी देर तक पिटता रहा। पिटाई के बावजूद लड़के ने हाथ तक नहीं उठाया।
लड़की को देखकर साफ अंदाजा लगाया जा सकता था कि दोनों की शादी की सहमति थी। वो अपनी जिंदगी के फैसले खुद लेना चाहते थे। लेकिन ऐसा हो नहीं सका।