ग्रेटर नोएडा वेस्ट(Greater Noida West) की सोसायटी सुपरटेक इकोविलेज-1(Supertech Ecovillage-1) जहां 6000 से ज्यादा परिवार रहते हैं। लेकिन बुनियादी सुविधाओं के नाम पर सोसायटी फिसड्डी साबित हो रही है। ऐसा यहां के लोगों का मानना है। उसका सबसे बड़ा उदाहरण ये है कि आज सोसायटी के 2 टावरों में टैंक साफ होना था। माई गेट पर Estate ने मैसेज डालकर अपनी जिम्मेदारियों से मुक्ति पा ली। ना तो टावर के Facilty ग्रुप में पानी नहीं आने का मैसेज डाला गया, ना तो गार्ड को जानकारी दी गई और ना ही टावर के लिफ्ट में नोटिस चिपकाया गया। नतीजा जब तक लोग समझते कि पानी क्यों नहीं आ रहा है, टैंक क्लिनिंग का प्रॉसेस स्टॉर्ट हो गया। पानी, नल से गायब तो होना ही था। वो एक दो घंटे नहीं बल्कि 10 बजे से शाम 7 बजे तक के लिए।
फर्ज कीजिए जिन्होंने Tank Cleaning का मैसेज नहीं देखा, जो देर रात काम करके घर लौटे, उन्हें कैसे पता होगा कि आज उनके टावर में पानी नहीं आएगा। स्थानीय निवासियों के मुताबिक ये सुपरटेक मैनेजमेंट की सबसे बड़ी कोताही है और वो हमेशा अपनी जिम्मेदारियों से जल्दी छुटकारा पाने की कोशिश करते हैं। चाहे इससे सैंकड़ों फ्लैट खरीदारों को परेशानी ही क्यों ना हो