Ram Mandir: अयोध्या में बन रहे श्री राम मंदिर (Ram Mandir) का काम तेजी से चल रहा है। 22 जनवरी को गर्व गृह में भगवान राम विराजमान हो गए हैं और अब फिर से राम मंदिर निर्माण (Ram Temple Construction) का कार्य तेजी पकड़ लिया है। यह जानकारी राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा (Nripendra Mishra) ने दी है।
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राम मंदिर निर्माण समिति (Ram Temple Construction Committee) के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने जानकारी दी कि मंदिर में अब निर्माण कार्य पुन: शुरू होना है। जो परिक्रमा की दीवार है उसका काम भी पूरा होना है। पहले और दूसरे फ्लोर पर राजा राम का दरबार होगा। उस कार्य को तत्काल प्रारंभ किया जाएगा जो वर्ष 2024 में दिसंबर तक पूरा होना है। उन्होंने आगे जानकारी दी कि एक बार फिर से मंदिर में निर्माण कार्य शुरू हो रहा है। परकोटा का काम पूरा होना है, 795 मीटर की परिक्रमा दीवार का काम पूरा होगा। साथ ही मंदिर के निचले चबूतरे पर आइकनाग्रफी का काम भी शुरू किया जाएगा।
मंदिर के पहले और सेकेंड फ्लोर के काम के बारे में बताते हुए पूर्व आईएएस अधिकारी ने कहा कि पहली और दूसरी मंजिल पर राजा राम के दरबार का काम अब तुरंत शुरू किया जाएगा। इस काम को पूरा करने का लक्ष्य दिसंबर 2024 रखा गया है।
दिन में 6 बार होगी आरती
राम मंदिर, जिसे अब ‘बालक राम मंदिर’ के नाम से भी लोग पुकारने लगे हैं, वहां अब दिन में छह बार ‘आरती’ की जाएगी। सोमवार को भगवान के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद उनकी पूजा और आरती में भी बदलाव होने जा रहा है। पूरी विधि को व्यवस्थित कर दिया गया है।
राम लला के पुजारियों के प्रशिक्षक आचार्य मिथिलेश नंदिनी शरण (Mithilesh Nandi Sharan) ने बताया कि अब 24 घंटे के आठों पहर रामलला की अष्टयाम सेवा होगी। साथ ही 6 बार आरती की जाएगी। आरती में शामिल होने के लिए पास जारी किये जायेंगे। अब तक रामलला विराजमान की दो बार आरती हो रही है। उन्होंने कहा कि अब आरतियों में मंगला, श्रृंगार, भोग, उत्थापन, संध्या और शयन आरती शामिल होंगी।
मंगला आरती भगवान को जगाने के लिए की जाती है। श्रृंगार आरती में भगवान का श्रृंगार किया जाता है। भोग आरती में पूड़ी-सब्जी-खीर का भोग भगवान को लगाया जाता है। रामलला पर लगी बुरी नजर को दूर करने के लिए उत्थापन आरती की जाती है। शाम को संध्या आरती की जाती है और फिर भगवान को शयन कराने से पहले शयन आरती की जाती है।
जानिए किस दिन कौन से वस्त्र धारण करेंगे रामलला
रामलला को पूड़ी-सब्जी, रबड़ी-खीर के अलावा दोपहर में हर घंटे दूध, फल और पेड़े का भी भोग लगा जाएगा। रामलला सोमवार को सफेद, मंगलवार को लाल, बुधवार को हरा, गुरुवार को पीला, शुक्रवार को क्रीम, शनिवार को नीला और रविवार को गुलाबी वस्त्र धारण करेंगे। विशेष दिनों में भगवान पीले वस्त्र धारण करेंगे।