Rajasthan में अवैध धर्मांतरण की बढ़ती घटनाओं को लेकर विश्व हिंदू परिषद ने सख्त रुख अपनाया है।
Rajasthan News: राजस्थान में जबरन और लालच देकर अवैध धर्मांतरण (Illegal Conversion) की बढ़ती घटनाओं को लेकर विश्व हिंदू परिषद (Vishv Hindu Parishad) ने सख्त रुख अपनाया है। विश्व हिंदू परिषद ने इन मामलों में कठोर कार्रवाई की मांग की है और इस संबंध में सीएम भजनलाल शर्मा (CM Bhajanlal Sharma) से मुलाकात कर एक मांग पत्र सौंपा है। संगठन ने अवैध धर्मांतरण को देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा बताते हुए इसके खिलाफ कठोर कानून बनाने की मांग की है।

आपको बता दें कि विश्व हिंदू परिषद (Vishv Hindu Parishad) के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने सीएम भजनलाल शर्मा से मुलाकात के दौरान कहा कि राजस्थान के हर शहर और कस्बे में सुनियोजित तरीके से धर्मांतरण का षड्यंत्र फैलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि लालच, झूठ, प्रलोभन, और इलाज के झूठे दावों के जरिए लोगों को बहलाया जा रहा है। इससे न केवल हिंदू आस्था को ठेस पहुंच रही है, बल्कि यह देश की एकता और अखंडता के लिए भी गंभीर खतरा है।
ये भी पढ़ेंः Rajasthan News: ‘राइजिंग राजस्थान’ एमओयू समीक्षा बैठक
जनजातीय संस्कृति पर संकट
विश्व हिंदू परिषद ने विशेष रूप से प्रदेश के जनजातीय बहुल इलाकों का जिक्र करते हुए कहा कि अवैध धर्मांतरण के कारण जनजातीय समाज की अनूठी परंपराओं और अस्मिता पर संकट मंडरा रहा है। संगठन ने तर्क दिया कि कठोर कानून न केवल हिंदू समाज और भारतीय संस्कृति की रक्षा करेगा, बल्कि जनजातीय अस्मिता और देश की अखंडता को भी सुरक्षित रखेगा।
सीएम भजनलाल ने दिया का आश्वासन
विश्व हिंदू परिषद (Vishv Hindu Parishad) के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमितोष परीक ने कहा कि सीएम भजनलाल शर्मा ने प्रतिनिधिमंडल की बातों को गंभीरता से सुना और अवैध धर्मांतरण के खिलाफ कठोर कानून बनाने का आश्वासन दिया। सीएम भजनलाल (CM Bhajanlal Sharma) ने स्पष्ट किया कि राजस्थान में कहीं भी अवैध धर्मांतरण की अनुमति नहीं दी जाएगी, और ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
ये भी पढ़ेंः Rajasthan: CM भजनलाल ने इस योजना के तहत पशुपालकों को दिया 468 करोड़ का बोनस
मुलाकात के दौरान विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार के साथ क्षेत्रीय संगठन मंत्री राजाराम, क्षेत्रीय मंत्री सुरेश उपाध्याय, और प्रांत पदाधिकारी परमेश्वर, सुंदर कटारिया, राधेश्याम गौतम, और विवेक दिवाकर मौजूद रहें।

