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Punjab News: फाजिल्का ज़िले में स्वास्थ्य मंत्री और कृषि मंत्री ने बाढ़ राहत प्रबंधों की समीक्षा की

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पंजाब में 323 मेडिकल टीमें और 450 आरआरटी तैनात – डॉ. बलबीर सिंह

फसल नुकसान का आकलन जारी, मिलेगा मुआवज़ा – गुरमीत सिंह खुड्डियन

Punjab News: पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह और कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियन ने आज फाजिल्का जिला प्रशासनिक परिसर में अधिकारियों के साथ बैठक कर ज़िले में बाढ़ राहत और प्रबंधन संबंधी प्रबंधों की समीक्षा की। दोनों मंत्रियों ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार न केवल प्रभावित लोगों को तात्कालिक राहत देने के लिए बल्कि इस समस्या का स्थायी समाधान सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

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स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 323 मोबाइल मेडिकल टीमें, 450 रैपिड रिस्पॉन्स टीमें और 170 एंबुलेंस सेवाएं तैनात की हैं। अस्पतालों में विशेष वार्ड स्थापित किए गए हैं और गर्भवती महिलाओं की सुरक्षित डिलीवरी के लिए भी विशेष प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि दवाओं या डॉक्टरों की कोई कमी नहीं है और नई नियुक्तियां भी की जा रही हैं।

फाजिल्का ज़िले की जानकारी देते हुए डॉ. बलबीर सिंह ने बताया कि यहां 8 गांव प्रभावित हुए हैं, जहां 8 मेडिकल टीमें और 3 एंबुलेंस तैनात की गई हैं। फाजिल्का सिविल अस्पताल में 10 बिस्तरों और अबोहर अस्पताल में 5 बिस्तरों वाले आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। सुरक्षित पेयजल सुनिश्चित करने के लिए क्लोरीन की गोलियां बांटी गई हैं और पानी के नमूने लिए गए हैं। प्रभावित गांवों के 10,700 निवासियों के लिए यह व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि 45 गर्भवती महिलाओं की पहचान कर उन्हें समय पर चिकित्सा सुविधा देने की योजना बनाई गई है, जबकि 856 लोगों को दवाएं पहले ही दी जा चुकी हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में अब तक न तो दस्त और न ही डेंगू का कोई मामला सामने आया है।

कृषि मंत्री श्री गुरमीत सिंह खुड्डियन ने कहा कि प्रभावित गांवों में चारे के साथ-साथ पशु आहार भी पहुंचाया जा रहा है। इन गांवों में लगभग 6,700 पशु हैं और पशुपालन विभाग को पूरी चिकित्सा सहायता देने के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने आगे निर्देश दिया कि भले ही जिले में पहले दो डेंगू मामले दर्ज हुए हों, लेकिन स्वास्थ्य विभाग को घर-घर जाकर लार्वा सर्वे करना चाहिए ताकि बीमारी फैलने से रोकी जा सके। विभागों को पानी और वेक्टर जनित रोगों पर नियंत्रण के लिए निर्धारित दिशानिर्देशों के अनुसार ही सख्ती से कार्य करने के निर्देश दिए गए।

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इस अवसर पर विधायक नरिंदर पाल सिंह सावना और विधायक जगदीप कम्बोज गोल्डी ने सीमा से लगे गांवों की ज़मीनी स्थिति साझा की, जबकि पूर्व विधायक अरुण नारंग ने हालिया बरसात से बागों को हुए नुकसान का मुद्दा उठाते हुए बागबानों को मुआवज़ा देने की मांग की। बैठक में डिप्टी कमिश्नर अमरप्रीत कौर संधू, एसएसपी गुरमीत सिंह, एडीसी (जनरल) डॉ. मनदीप कौर, एडीसी (डेवलपमेंट) सुभाष चंदर, एसडीएम विरपाल कौर, सिविल सर्जन डॉ. राजकुमार, डीएमसी डॉ. एरिक और मुख्य कृषि अधिकारी राजिंदर कम्बोज भी मौजूद रहे। बाद में स्वास्थ्य मंत्री ने फाजिल्का सिविल अस्पताल का दौरा कर स्वास्थ्य सुविधाओं का निरीक्षण किया, विशेषकर बाढ़ प्रभावित मरीजों के लिए बनाए गए विशेष वार्ड और डेंगू वार्ड का।