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Punjab: युद्ध नशों विरुद्ध अभियान के तहत मान सरकार की नई रणनीति, स्कूलों में चलेगा विशेष कोर्स

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Punjab: भगवंत मान सरकार का संकल्प, पंजाब होगा नशा मुक्त

Punjab News: पंजाब के लोगों के लिए बड़ी और अच्छी खबर है। आपको बता दें कि पंजाब की भगवंत सिंह मान सरकार राज्य को नशा मुक्त बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। सीएम भगवंत सिंह मान (CM Bhagwant Singh Mann) द्वारा चलाया जा रहा अभियान “युद्ध नशों विरुद्ध” के तहत युवाओं को नशे की चपेट में आने से बचाने के उद्देश्य से पंजाब पुलिस ने अपनी तरह की पहली पहल की है। इस पहल के तहत पंजाब पुलिस (Punjab Police) ने पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला और एजुकेशनल मल्टीमीडिया रिसर्च सेंटर (EMRC) के साथ साझेदारी की है। इस साझेदारी के तहत राज्यभर के स्कूलों और संवेदनशील स्थानों पर 10 घंटे का व्यापक नशा विरोधी जागरूकता कोर्स शुरू किया जाएगा।
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पंजाब पुलिस मुख्यालय में, डीजीपी पंजाब गौरव यादव (DGP Gaurav Yadav) की उपस्थिति में एडीजीपी एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) नीलाभ किशोर, पंजाबी यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार प्रो. (डॉ.) संजीव पुरी और ईएमआरसी पटियाला के निदेशक दलजीत अमी के बीच यह समझौता हुआ।

इसको लेकर डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि यह रणनीतिक साझेदारी पंजाब में व्यापक स्तर पर चलाई जा रही नशा विरोधी मुहिम युद्ध नशों विरुद्ध का ही हिस्सा है, जिसका उद्देश्य युवाओं और समाज की सुरक्षा के लिए एक संगठित नशा जागरूकता कार्यक्रम शुरू करना है। उन्होंने आगे कहा कि इस 10 घंटे के कोर्स को रोचक और जानकारीपूर्ण बनाने के लिए इसमें व्याख्यान, ऑडियो-विजुअल सामग्री और इंटरैक्टिव सत्र शामिल किए जाएंगे, जो नशे की रोकथाम से संबंधित सभी महत्वपूर्ण पहलुओं को कवर करेंगे।

डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि यह कोर्स राज्यभर के स्कूलों और संवेदनशील क्षेत्रों में छात्रों और युवाओं के लिए शुरू किया जाएगा। इस कोर्स को करने वालों को प्रतिभागियों को एक प्रमाण पत्र भी सौंपा जाएगा, जो नशा मुक्त रहने की उनकी प्रतिबद्धता को मान्यता देगा।

इस विषय में और जानकारी बताते हुए एडीजीपी नीलाभ किशोर ने कहा कि इस समझौते के तहत डिजिटल सामग्री ईएमआरसी और पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला द्वारा तैयार की जाएगी, वहीं एएनटीएफ पंजाब इस सामग्री को आखिरी रूप देगा। इसके साथ ही, सामग्री की संरचना, विस्तार और वितरण की निगरानी के लिए एक संपादकीय बोर्ड नियुक्त किया जाएगा। उन्होंने आगे बताया कि एएनटीएफ स्क्रिप्ट तैयार करने के लिए विशेषज्ञों की पहचान करेगा और यह सामग्री अंग्रेजी के साथ-साथ पंजाबी भाषा में भी तैयार की जाएगी।

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एडीजीपी नीलाभ किशोर ने जानकारी दी कि यह कोर्स अगले शैक्षणिक सत्र में शुरू होने की उम्मीद है और इसे औपचारिक और अनौपचारिक शिक्षा प्रणाली दोनों में शामिल किया जाएगा। एडीजीपी ने बताया कि स्कूली पाठ्यक्रम में नशा विरोधी जागरूकता और रोकथाम को शामिल करने से छात्रों को नशे के खतरों के बारे में जागरूक करने में मदद मिलेगी।