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Punjab: हरजोत बैंस ने नंगल की खोई हुई शान लौटाने के लिए केंद्रीय ऊर्जा मंत्री से हस्तक्षेप की मांग की

पंजाब राजनीति
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Punjab News: पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने शनिवार को चंडीगढ़ में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर से भेंट कर नंगल शहर की खोई हुई पहचान को फिर से स्थापित करने के लिए केंद्र सरकार के हस्तक्षेप की मांग की। उन्होंने नंगल को एक आदर्श शहर और प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए कई विकास परियोजनाओं का प्रस्ताव रखा।

मंत्री हरजोत बैंस ने केंद्रीय मंत्री को सौंपे ज्ञापन में कहा कि नंगल एक समय भारत के सबसे सुंदर और योजनाबद्ध शहरों में गिना जाता था, लेकिन आज यह अपनी पूर्व पहचान खो चुका है और बुनियादी सुविधाओं से भी वंचित है। उन्होंने नंगल की भव्यता को लौटाने के लिए टाउनशिप पुनर्विकास, सतलुज रिवरफ्रंट का विकास, एक दर्शनीय रेलवे लाइन और भाखड़ा नंगल डैम म्यूज़ियम के कार्य को शीघ्र पूरा करने जैसे कदमों की सिफारिश की।

उन्होंने कहा कि नंगल में आज भी सिनेमा हॉल, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और मनोरंजन केंद्र जैसी बुनियादी शहरी सुविधाएं नहीं हैं, जबकि शहर में पर्याप्त खाली भूमि उपलब्ध है। उन्होंने सुझाव दिया कि इस भूमि को पारदर्शी तरीके से लीज पर देकर रिक्रिएशनल ज़ोन, शॉपिंग आर्केड, अर्बन पार्क और रोजगार केंद्र विकसित किए जा सकते हैं, जिससे स्थानीय लोगों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और BBMB को भी स्थायी आय का स्रोत प्राप्त होगा।

मंत्री हरजोत बैंस ने नंगल झील के किनारे स्थित “रिवर व्यू रोड” को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने की मांग की। उन्होंने इसे एक सुंदर लेकिन उपेक्षित प्राकृतिक स्थल बताते हुए कहा कि इसे एक विश्व स्तरीय रिवरफ्रंट में बदला जा सकता है, जिसमें वॉकिंग ट्रैक, साइकलिंग पथ, खानपान केंद्र और सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए स्थान शामिल हों।

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पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बैंस ने नंगल से भाखड़ा डैम तक पुरानी रेलवे लाइन पर एक दर्शनीय ट्रेन सेवा शुरू करने का सुझाव भी दिया। उन्होंने कहा कि यह मार्ग अत्यंत सुरम्य है और इस पर एक हेरिटेज ट्रेन या ग्लास रूफ वाली लाइट रेल सेवा शुरू की जा सकती है, जिससे नंगल को राष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर दोबारा स्थापित किया जा सके।

शिक्षा मंत्री ने भाखड़ा नंगल डैम म्यूज़ियम के अधूरे निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा करने की मांग भी रखी। उन्होंने कहा कि वर्षों से इसकी आधारशिला रखी जा रही है लेकिन आज तक इसका निर्माण पूरा नहीं हो पाया है। यह म्यूज़ियम न केवल एक ऐतिहासिक धरोहर बन सकता है, बल्कि यह देश की इंजीनियरिंग उपलब्धियों और विकास गाथा को दर्शाने वाला केंद्र भी हो सकता है।

इसके साथ ही उन्होंने भाखड़ा डैम को रात्रिकालीन आकर्षण में बदलने के लिए प्रकाश व्यवस्था की भी सिफारिश की, ताकि यह अन्य विश्व स्तरीय डैम और रिवरफ्रंट की तरह पर्यटकों को आकर्षित कर सके।

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मंत्री हरजोत बैंस ने नंगल के हजारों परिवारों की वर्षों पुरानी समस्या की ओर भी ध्यान दिलाया, जो लीज नीति की अस्पष्टता के कारण बेदखली की आशंका में जीवन गुजार रहे हैं। उन्होंने एक पारदर्शी, मानवीय और राजस्व-सृजन करने वाली लीज नीति बनाने की मांग की, जिससे इन परिवारों को सुरक्षा मिले, निजी निवेश को बढ़ावा मिले और BBMB को नियमित आय प्राप्त हो।

अंत में मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि नंगल किसी की दया नहीं चाहता, बल्कि अपने पुनरुत्थान और नई पहचान के लिए केंद्र सरकार की गंभीरता और सहयोग चाहता है।