कैबिनेट मंत्री ने अधिकारियों को दी सख्त कार्रवाई और निगरानी बढ़ाने की हिदायत
Punjab News: पंजाब के वित्त, योजना, आबकारी और कराधान मंत्री हरपाल सिंह चीमा (Minister Harpal Singh Cheema) ने राज्य में अवैध शराब के कारोबार पर सख्त रुख अपनाते हुए आबकारी विभाग (Excise Department) के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि शराब माफिया (Liquor Mafia) के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि इस मामले में किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

वित्त मंत्री हरपाल चीमा (Finance Minister Harpal Cheema) ने आबकारी विभाग की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि पंजाब पुलिस के साथ समन्वय बनाकर अवैध शराब के नेटवर्क को तोड़ा जाए। उन्होंने मौजूदा मामलों की सतत निगरानी और प्रभावी खुफिया जानकारी जुटाने पर भी जोर दिया ताकि अवैध कारोबार में शामिल लोगों की पहचान कर उन्हें पकड़ा जा सके।
ये भी पढ़ेंः Punjab पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, आतंकी-गैंगस्टर नेटवर्क से जुड़े एक व्यक्ति को किया गिरफ्तार
अदालती मामलों में ठोस पैरवी का निर्देश
वित्त मंत्री हरपाल चीमा (Finance Minister Harpal Cheema) ने कहा कि अवैध शराब से जुड़े अदालती मामलों में विभाग की ओर से ठोस और मजबूत पैरवी की जाए ताकि दोषियों को अधिकतम सजा दिलाई जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा है कि अपराधियों को सख्त संदेश दिया जाए कि ऐसे अपराध किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।

तस्करी पर लगाम के लिए बढ़ेगी चौकसी
वित्त मंत्री हरपाल चीमा (Finance Minister Harpal Cheema) ने अन्य राज्यों, विशेष रूप से चंडीगढ़ से पंजाब में शराब की तस्करी रोकने के लिए सीमाओं पर चौकसी बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अंतर-राज्यीय सीमाओं, नाकों और अन्य संभावित तस्करी मार्गों पर मजबूत चेकिंग व्यवस्था लागू की जाए।
ये भी पढ़ेंः Punjab सरकार कोरोना के नए वेरिएंट से निपटने को तैयार: Dr. Balbir Singh
शराब वितरण प्रणाली में पारदर्शिता होगी जरूरी
मंत्री हरपाल सिंह चीमा (Finance Minister Harpal Cheema) ने कहा कि शराब वितरण प्रणाली में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है। उन्होंने निर्देश दिया कि अधिकृत स्रोतों से की गई शराब की आपूर्ति और उसकी काउंटर बिक्री में कोई अंतर न हो। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कानूनी रूप से तैयार की गई शराब अवैध बाजार में न पहुंचे।

