Punjab News: पंजाब फायर भर्ती में महिलाओं के लिए अच्छी खबर है। आपको बता दें कि पंजाब की मान सरकार फायर ब्रिगेड में महिलाओं की भर्ती संबंधी नियमों में सरकार बदलाव करने जा रही है। मान सरकार (Mann Sarkar) ने एडवोकेट जनरल (Advocate General) से इस बारे में कानूनी सलाह मांगी है, जिससे पहले से चल आ रहे नियमों को बदलाव किया जा सके। पंजाब सरकार (Punjab Government) की कोशिश आने वाले सप्ताह में नियमों में संशोधन कर नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाए। क्योंकि सीएम भगवंत मान खुद एक सार्वजनिक मंच से इस बात का ऐलान कर चुके हैं। उन्होंने वादा किया था कि इस नियमों में पहल के आधार पर बदलाव कर दिया जाएगा।
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सीएम मान तक ऐसे पहुचा था मामला
आपको बता दें कि फायर विभाग भर्ती के नियमों में एक शर्त है कि महिला व पुरुष दोनों आवेदकों को शारीरिक टेस्ट में 60 किलोग्राम वजन लेकर सौ गज चलना होता है। इस बात का महिला आवेदकों ने विरोध किया था। डेराबस्सी में एक समागम में कुछ युवतियों ने इस बात को लेकर सीएम भगवंत सिंह मान के सामने उठाई थी। उनकी दलील थी कि वह फायर विभाग द्वारा निकाले गए पदों की सारी योग्यताओं को पूरा करती हैं, बस वजन के नियम की वजह से वह परेशानी में हैं।
उनकी बातों को सुनकर सीएम ने खुद माना था कि ऐसा तो हो ही नहीं सकता है कि जब आग लगेगी तो वहां पर फंसा व्यक्ति 60 किलोग्राम का ही होगा। ऐसे में उन्होंने कहा था कि जल्दी ही इन नियमों में संशोधन होगा। हालांकि पता चला है कि अब 40 किलोग्राम भार वर्ग की शर्त इसकी जगह पर लगाई जा सकती है।
महिला आवेदक की परेशानी दूर करेंगें सीएम
पंजाब फायर विभाग स्थानीय निकाय विभाग के ही अन्तर्गत आता है। इस सरकार के सत्ता में आते ही पंजाब सरकार ने पूरे राज्य में फायर विभाग को मजबूत करने को लेकर काफी काम किया गया। फायर विभाग को अति आधुनिक मशीनरी मुहैया करवाई गई थी। इसके बाद मोहाली जिले में पहला फायर इंस्टीट्यूट बनाने का निर्णय लिया गया था।
वहीं, अब 450 के लगभग पदों को भरने के लिए सरकार तैयारी में है। लिखित परीक्षा कराई जा चुकी है। अब यह नियम लगभग 1450 महिलाओं के लिए आफत बना हुआ है। हालांकि सरकार सारे पहलुओं पर इसको लेकर चर्चा कर रही है।
लड़के हाफ गए थे 60 किलो का वजन उठाने में
पिछली बार जब राज्य में अकाली दल भाजपा की सरकार की थी। उस समय आउट सोर्स पर इन पदों को भरने की बात की गई थी। मोहाली में जब शारीरिक टेस्ट की प्रक्रिया शुरू हुई तो लड़कों को 60 किलोग्राम भार लेकर भागना पड़ा। लेकिन ज्यादातर लड़के भाग नहीं पाए थे। ऐसे में यह भर्ती पूरी नहीं हो पाई थी। साथ ही बीच में इस भर्ती प्रक्रिया को छोड़ना पड़ा था।