Prayagraj Aiims से जुड़ी बड़ी खबर, केंद्र सरकार ने बताई अपनी योजना
Prayagraj Aiims: संगमनगरी प्रयागराज के लोग काफी समय से एम्स की मांग कर रहे हैं। इसी बीच प्रयागराज एम्स से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है। आपको बता दें कि केंद्र सरकार (Central Government) ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में हलफनामा दाखिल कर बताया है कि प्रयागराज में एम्स (AIIMS) जैसे संस्थान की स्थापना की अभी कोई योजना नहीं है। प्रयागराज (Prayagraj) में एम्स की स्थापना के लिए दाखिल की गई एक जनहित याचिका पर केंद्र सरकार ने यह जवाब दिया है। हालांकि कोर्ट ने याची की तरफ से दिए गए एक सुझाव पर बताया है कि बीएचयू (BHU) में एम्स जैसा संस्थान बनाया जा सकता है। यह आदेश मुख्य न्यायाधीश अरुण भंसाली और विकास बुधवार की खंडपीठ ने सहज सारथी फाउंडेशन (Sahaj Sarathi Foundation) और दूसरी की तरफ से दाखिल जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान दिया है।
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बीएचयू जैसा एम्स प्रयागराज में बन सकता है?
याची अधिवक्ता सत्येंद्र चंद्र त्रिपाठी ने पूरक हलफनामा दायर कर कोर्ट को बताया है कि केंद्र सरकार वाराणसी में एम्स की तर्ज पर बजट देने की योजना पर काम कर रही है। प्रयागराज (Prayagraj) में भी इसी तर्ज पर एम्स का निर्माण किया जा सकता है। बीएचयू में पीएम स्वास्थ्य योजना के तहत एम्स जैसी सुविधाएं और बजट दिया जा रहा है।
इस सुझाव पर जानकारी देने के लिए सालिसिटर जनरल वरिष्ठ अधिवक्ता शशि प्रकाश सिंह ने कोर्ट से समय मांगा है। कोर्ट ने समय देते हुए अगली सुनवाई की तारीख 10 जनवरी 2025 नियत की है।
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प्रयागराज में एम्स की मांग क्यों
याची के अनुसार प्रयागराज को सभी दिशाओं से जोड़ने वाले राजमार्ग है। यहां हाईकोर्ट, केंद्रीय विद्यालय, सहित तमाम केंद्र सरकार के कार्यालय है। विश्व प्रसिद्ध संगम पर हर साल माघ मेले में करोड़ों की भीड़ आती है और मेडिकल सुविधाएं नदारद है। ऐसे में प्रयागराज में एम्स की स्थापना होनी चाहिए। याचिका की अगली सुनवाई 10 जनवरी को होगी।
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आपको बता दें कि नए एम्स बनने से नीट की तैयारी कर रहे मेडिकल स्टूडेंट्स (Medical Students) को भी काफी लाभ होगा। इस मद्देनजर हर साल नीट परीक्षा देने वाले 23-24 लाख विद्यार्थियों को नए मेडिकल कॉलेज और एमबीबीएस सीट बढ़ने का इंतजार रहता है।