Jet Airways Founder Naresh Goyal: जेट एयरवेज फाउंडर नरेश गोयल की बात पर जज (Judge) इमोशनल हो गए। करोड़ों के मालिक जेट एयरवेज के मालिक नरेश गोयल (Naresh Goyal) कोर्ट से मरने की भीख मांग रहे हैं। केनरा बैंक के 538 करोड़ के धोखाधड़ी (Fraud) मामले में जेल में बंद नरेश गोयल ने कोर्ट के सामने रोते-रोते ये मांग रखी है। उन्होंने कहा कि अब वो सारी उम्मीदें खो चुके हैं, उन्हें जेल में ही मरने दें। पढ़िए पूरी खबर…
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जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल (Naresh Goyal) बीते शनिवार को मुंबई की एक विशेष अदालत में पेशी के दौरान भावुक हो गए। गोयल ने हाथ जोड़कर अदालत से कहा कि उन्होंने जीवन की हर उम्मीद खो दी है और वह अपनी वर्तमान स्थिति में जीने की अपेक्षा जेल में मरना पसंद करेंगे। बता दें कि नरेश गोयल 538 करोड़ रुपये के केनरा बैंक धोखाधड़ी केस में आरोपी हैं।
कोर्ट के रिकॉर्ड के मुताबिक 70 साल के नरेश गोयल की आंखों में आंसू आ गए। उन्होंने कोर्ट से कहा कि वह अपनी पत्नी अनीता को बहुत मिस करते हैं, जो कैंसर के एडवांस स्टेज में हैं। ईडी ने कथित बैंक धोखाधड़ी के मामले में पिछले साल 1 सितंबर को गोयल को गिरफ्तार किया था। वह फिलहाल मुंबई की आर्थर रोड जेल में न्यायिक हिरासत में हैं।
जानिए क्या है पूरा मामला?
ईडी ने केनरा बैंक में 538 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी के मामले में जेट एयरवेज, नरेश गोयल, उनकी पत्नी अनीता और अब बंद हो चुकी निजी एयरलाइन कंपनी के कुछ पूर्व अधिकारियों के खिलाफ सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो) की एफआईआर के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) के अनुसार का मामला दर्ज किया है। एफआईआर केनरा बैंक की शिकायत पर दर्ज की गई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उसने जेट एयरवेज (इंडिया) लिमिटेड को 848.86 करोड़ रुपये के क्रेडिट और लोन मंजूर किए थे, जिनमें से 538.62 करोड़ रुपये बकाया हैं।
गोयल का कोर्ट के सामने छलका दर्द
आपको बता दें कि नरेश गोयल ने विशेष न्यायाधीश एम जी देशपांडे (M G Deshpande) के समक्ष जमानत याचिका दायर की थी। उन्हें बीते शनिवार को अदालत में पेश किया गया और कार्यवाही के दौरान जेट एयरवेज के संस्थापक ने कुछ मिनटों की व्यक्तिगत सुनवाई का अनुरोध किया, जिसे न्यायाधीश ने अनुमति दे दी। अदालत के दैनिक सुनवाई का रिकॉर्ड के मुताबिक नरेश गोयल ने हाथ जोड़कर कहा कि उनका स्वास्थ्य बहुत खराब है। इस दौरान वह लगातार कांप रहे थे।
न्यायाधीश ने कहा कि मैंने उन्हें धैर्यपूर्वक सुना और जब उन्होंने अपनी बात रखी तो उस पर गौर भी किया। मैंने पाया कि उनका पूरा शरीर कांप रहा था। उन्हें खड़े होने के लिए भी सहायता की जरूरत है। नरेश गोयल ने अपने घुटनों की ओर इशारा करते हुए बताया कि उनमें सूजन और दर्द है और वह अपने पैरों को मोड़ने में असमर्थ हैं।
जेट एयरवेज के संस्थापक ने अदालत के संज्ञान में लाया कि उन्हें पेशाब करते समय गंभीर दर्द होता है। और कभी-कभी मूत्र के माध्यम से रक्त भी निकलता है, साथ ही असहनीय दर्द भी होता है। उन्होंने कोर्ट को बताया अधिकांश समय, मुझे सहायता नहीं मिल पाती है। जेल स्टाफ की भी मदद करने की अपनी सीमाएं हैं।
गोयल ने अदालत से उन्हें जेजे अस्पताल भेजने से किया मना
अदालत के दैनिक सुनवाई का रिकॉर्ड के मुताबिक नरेश गोयल (Naresh Goyal) ने आंखों में आंसू के साथ न्यायाधीश से कहा कि मैं बहुत कमजोर हो गया हूं और मुझे जेजे अस्पताल रेफर करने का कोई मतलब नहीं है। आर्थर रोड जेल से अस्पताल तक अन्य कैदियों के साथ यात्रा बहुत परेशानी भरी और थकाऊ है, जिसे मैं सहन नहीं कर सकता।
हमेशा मरीजों की लंबी कतार लगी रहती है और मैं समय पर डॉक्टर के पास नहीं पहुंच पाता। और जब भी डॉक्टर मेरी जांच करते हैं तो आगे का इलाज संभव नहीं हो पाता है। ये चीजें मेरे स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर डाल रही हैं। मेरी पत्नी अनीता (Anita) कैंसर की एडवांस स्टेज में हैं और उसका इलाज चल रहा हैं। उसकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है। क्योंकि मेरी इकलौती बेटी भी स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही है।
मैंने जीवन की हर उम्मीद खो दी है, अब मुझे जेल में मरने दें
नरेश गोयल ने अदालत से अनुरोध किया कि मुझे जेजे अस्पताल (JJ Hospital) न भेजा जाए और इसके बजाय जेल में ही मरने दिया जाए। मैंने जीवन की हर उम्मीद खो दी है और ऐसी स्थिति में जीवित रहने से बेहतर है कि मुझे मर जाना चाहिए। नरेश गोयल ने यह भी कहा कि उनका स्वास्थ्य उन्हें व्यक्तिगत रूप से अदालत में पेश होने की अनुमति नहीं देता है।
इस बार उनकी ही इच्छा थी कि उन्हें अदालत के सामने पेश किया जाए ताकि वह व्यक्तिगत रूप से सारी बातें कह सकें। गोयल की बात सुनने के बाद न्यायाधीश (Judge) ने कहा कि मैंने उनके द्वारा कही गई हर बात पर ध्यान दिया है। उनको यह भी आश्वासन दिया है कि उन्हें असहाय नहीं छोड़ा जाएगा और उचित इलाज के साथ उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य की हर संभव देखभाल की जाएगी।
आगे की सुनवाई 16 जनवरी को होगी
अदालत ने नरेश गोयल के वकीलों को उनके स्वास्थ्य को लेकर उचित कदम उठाने का निर्देश दिया, पिछले महीने दायर अपनी जमानत याचिका में, गोयल ने हृदय रोग, प्रोस्टेट और आर्थोपेडिक जैसी कई स्वास्थ्य समस्याओं का हवाला दिया था और दावा किया था कि उनके पास यह जानने के लिए पर्याप्त और उचित आधार हैं कि वह दोषी नहीं हैं। ईडी ने उनकी जमानत याचिका पर जवाब दाखिल कर दिया है और मामले की आगे की सुनवाई 16 जनवरी को होगी।
जानिए कैसे बंद हुई एयरलाइंस
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नरेश गोयल और उनकी पत्नी ने मिलकर साल 1993 में जेट एयरवेज (Jet Airways) की स्थापना की थी। लेकिन साल 2019 में कर्ज न चुका पाने के चलते अप्रैल 2019 ने जेट एयरवेज की सर्विसेस बंद कर दी गई। एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2012 तक नरेश गोयल की संपत्ति 1.9 अरब डॉलर थी। वो भारत के 16वें सबसे अमीर शख्स थे, लेकिन एक गलती ने सब बर्बाद कर दिया।