Jewar Airport के पास प्लॉट का आवेदन करने वाले के लिए खबर है।
Noida: जेवर एयरपोर्ट के पास प्लॉट का आवेदन (Plot Application) करने वाले के लिए खबर है। खबर यह है कि जेवर एयरपोर्ट (Jewar Airport) के पास सरकारी प्लाट खरीद कर वहां बसने का सपना देख रहे सैकड़ों नागरिक बुरे फंस गए हैं। बता दें कि जेवर एयरपोर्ट के पास यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण (Yamuna Industrial Development Authority) की आवासीय प्लॉटों की योजना चल रही है। इसी योजना में फार्म भरकर कुछ नागरिक तंग हो गए हैं। पढ़िए पूरी खबर…
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बता दें कि हाल ही में यीडा ने जेवर एयरपोर्ट (Jewar Airport) के पास आवासीय प्लॉट (Residential Plot) की योजना घोषित की है। जेवर एयरपोर्ट के पास प्लॉट की स्कीम 5 जुलाई 2024 को घोषित हुई है। इस योजना में जेवर एयरपोर्ट के पास स्थित यीडा के सेक्टर-16, 20, 22डी में छोटे-बड़े प्लॉटों के लिए आवेदन मांगे गए हैं। योजना के लिए आवेदन सितंबर तक किए जा सकते हैं। जेवर एयरपोर्ट का आकर्षण होने के कारण इस योजना में लाखों नागरिक आवेदन कर रहे हैं।
इस स्कीम में ICICI बैंक फाइनेंस पार्टनर है। अब लोगों द्वारा यमुना अथॉरिटी की स्कीम में बड़े फर्ज़ीवाड़े की बात कही जा रही है। लोग कह रहे है कि भूखंड योजना में आवेदन करने वाले कई हज़ार लोगों का व्यक्तिगत डाटा अवैध कॉल सेंटर्स को बेच दिया गया है।
किसने बेच दिया आवेदकों का डाटा
सोशल मीडिया X पर सुबोध जैन नाम के व्यक्ति ने पोस्ट डाल कर फर्ज़ीवाड़े की बात कही है। सुबोध जैन ने बताया कि जेवर एयरपोर्ट के पास प्लाट की स्कीम में फार्म भरने वाले आवेदकों की व्यक्तिगत जानकारी यमुना अथॉरिटी के किसी कारिंदे या योजना के फाइनेंस पार्टनर ICICI बैंक ने बेची है। सुबोध ने इस मामले में जाँच करने की मांग की है।
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सुबोध ने बताया कि योजना में आवेदन करने वाले लोगों को आवेदन के कुछ दिन बाद से अचानक ग्रेटर नोएडा और नोएडा एक्सटेंशन के बिल्डरों के “अवैध कॉल सेंटर्स” से प्लॉट/फ्लैट खरीदने के लिए लगातार फोन आ रहे हैं।
सुबोध जैन ने आगे बताया कि उसके 4 परिचितों ने भी आवासीय भूखंडों की स्कीम आवेदन किया था और सभी का कहना है कि आवेदन के बाद अचानक उनके मोबाइल पर अवैध कॉल सेंटर्स के फोन आने शुरू हो गए और उन्हें निवेश कराने के लिए लगातार परेशान कर रहे है।