Noida News: Jaypee के फ्लैट खरीदार बिल्डर की जगह हनुमान की शरण में क्यों गए?

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Noida News: नोएडा की पॉश सोसायटी में से एक जेपी विश टाउन(Jaypee Wish Town) में फ्लैट खरीदारों ने सुंदरकांड पाठ (Sunderkand Path) कर बजरंगबली से घर दिलाने की प्रार्थना की। समय पर फ्लैट (Flat) नहीं मिलने से नाराज खरीदारों ने अनोखा तरीका अपनाया है। वहीं आयोजन में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) समेत केंद्र और राज्य सरकार (State Government) के अलावा न्यायपालिका के 62 शीर्ष लोगों को निमंत्रण भेजा था। पढ़िए पूरी खबर…
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नोएडा के सेक्टर-128 में जेपी विश टाउन (JP Wish Town) में फ्लैट खरीदारों ने सुंदरकांड पाठ कर बजरंगबली से घर रूपी संजीवनी बूटी दिलाने की प्रार्थना की। समय पर फ्लैट नहीं मिलने से नाराज खरीदारों ने अनोखा तरीका अपनाया है।

वहीं आयोजन (Events) में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री मोदी समेत केंद्र और राज्य सरकार के अलावा न्यायपालिका के 62 शीर्ष लोगों को निमंत्रण भेजा था। इसके माध्यम से खरीदारों ने बिल्डर और अधिकारियों के लिए सद्बुद्धि की प्रार्थना की, जिससे परियोजना (Project) का काम तेज गति से शुरू हो सके।

खरीदारों के मुताबिक परियोजना (Project) में करीब 14 वर्ष पहले पैसा लगाया था, लेकिन अब तक समाधान नहीं हो पाया। समाधान योजना की मंजूरी मिलने के बाद भी निर्माण में तेजी नहीं आई। यह स्पष्ट नहीं है कि अनुमोदन तिथि कब तक प्राप्त होगी।

यमुना प्राधिकरण (Yamuna Authority) के मामले में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLAT) और आयकर के मामले में सुप्रीम कोर्ट में मुकदमे लंबित हैं। इसलिए सुरक्षा रियल्टर्स कंपनी को पूरी तरह से संभालने की स्थिति में नहीं है। इसका काम को एक गठित समिति संभाल रही है।

इसलिए सुंदरकांड पाठ के जरिये ईश्वर से प्रार्थना की

जेपी इंफ्राटेक (Jaypee Infratech) के बैंक बैलेंस के तौर पर एक हजार करोड़ की राशि है, लेकिन 150 टावरों का निर्माण नहीं हो रहा है। 2 कंपनियों के बीच असहमति ने पूरा काम ठप करा रखा है। स्थानीय स्तर पर ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट देने की प्रक्रिया भी काफी धीमी है।

इस बारे जेपी इंफ्राटेक रियल एस्टेट अलॉटिज वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष आशीष मोहन गुप्ता (Ashish Mohan Gupta) ने बताया कि खरीदारों को वित्तीय और मानसिक यातना का सामना करना पड़ रहा है, इसलिए सुंदरकांड पाठ के जरिये ईश्वर से प्रार्थना की।