अपनी पांच प्रमुख सूत्रीय मांगों को लेकर 40 से अधिक गांवों के किसानों ने मंगलवार को अखिल भारतीय किसान सभा के नेतृत्व में ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के खिलाफ हल्ला बोल दिया। साथ ही जमकर नारेबाजी की और जोरदार प्रदर्शन कर धरने पर बैठ गये। प्रदर्शन कर रहे किसानों बडी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं । जिनका कहना है जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी तब वे लगातार अथॉरिटी के मनमाने रवैए के खिलाफ प्रदर्शन करते रहेंगे। और अगर तब भी नहीं मानें तो नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे भी जाम कर दिया जाएगा।
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अखिल भारतीय किसान सभा के मुताबिक हमारी प्रमुख मांगों में सर्किल रेट का मुआवजा 4 गुना करना नए कानून के आधार पर, किसानों के लिए योजनाओं में 20 परसेंट प्लाट का निर्धारण करना, परिवार के बच्चों के लिए रोजगार के अवसर मुहैया कराना के साथ अन्य मांगों की लिस्ट हमने अथॉरिटी को सौंपी है। अथॉरिटी के अधिकारी लगातार मन माना रवैया अपनाए हुए हैं और हमारी मांगों को अनदेखा कर रहे हैं। इसी से आहत होकर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया। हम यह धरना प्रदर्शन तभी खत्म करेंगे जब तक हमारी मांगों पर प्राधिकरण कोई ठोस निर्णय नहीं ले लेता।
अथॉरिटी का घेराव के अल्टीमेटम के बाद प्रदर्शन स्थल पर भारी संख्या में पोस्ट लगाई गई थी और बैरिकेडिंग की गई थी। लेकिन हाथों में झंडे लिए और नारे लगाते हजारों संख्या में किसान और महिलाएं अथॉरिटी पर पहुंचे। प्रशासन की ओर से उन्हें धरना ना देने का बात कही गई लेकिन नारेबाजी करते किसान धरने पर बैठे हैं। उनका कहना था कि यह प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा, जब तक प्राधिकरण और उसकी जिम्मेदार अधिकारी उनकी मांगों में गंभीरता से नहीं लेंगे।
अखिल भारतीय किसान सभा के मुताबिक जो प्रमुख मांगे हैं। उनमें सर्किल रेट का मुआवजा 4 गुना करना नए कानून के आधार पर किसानों के लिए योजनाओं में 20 परसेंट प्लाट का निर्धारण करना, परिवार के बच्चों के लिए रोजगार के अवसर मुहैया कराना के साथ अन्य मांगों के लिस्ट हमने अथॉरिटी को को सौंपी है।
लेकिन अथॉरिटी के अधिकारी लगातार मन माना रुपए रवैया अपनाए हुए हैं। हमारी मांगों को अनदेखा कर रहे हैं। जिस से आहत होकर यह प्रदर्शन का निर्णय लिया गया। हम यह महापड़ाव तभी खत्म करेंगे। जब हमारी मांगों को लेकर कोई ठोस निर्णय लिया जाएगा।