MP: मध्य प्रदेश में बसेंगे ग्रीन फील्ड सिटी, पानी, बिजली समेत मिलेगी सारी सुविधा
MP News: मध्य प्रदेश के लोगों के लिए बड़ी और अच्छी खबर सामने आ रही है। आपको बता दें कि एमपी की मोहन यादव सरकार अब स्मार्ट सिटी के बाद ग्रीन फील्ड शहर (Green Field City) बसाने की तैयारी में है। इन शहरों का विकास औद्योगिक क्षेत्र और नेशनल हाईवे (National Highway) के आसपास होगा। इससे जहां लोगों को रोजगार के नए मौके मिलेंगे, वहीं उद्योगों को इकोनॉमिक कॉरिडोर (Economic Corridor) का लाभ मिलेगा। एमपी के इन शहरों में रोड, पानी, बिजली, रेलवे लाइन, अस्पताल, स्कूल, सोलर सिस्टम और ग्रीनरी समेत दूसरी सुविधाएं मौजूद होंगी। इन शहरों को बसाने के लिए प्राधिकरण या अथॉरिटी बनेगी। जिससे ग्रीन फील्ड शहर के विकास में आवश्यक अनुमतियां आसानी से उपलब्ध कराई जा सके।
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50 हजार करोड़ रुपये खर्च करेगी मोहन सरकार
एमपी में ग्रीन फील्ड शहर (Green Field City) बसाने के लिए मोहन यादव सरकार लगभग 50 हजार करोड़ रुपये खर्च करने जा रही है। इसके तहत नए शहरों से पुराने शहरों तक बेहतर रोड कनेक्टिविटी के लिए फोरलेन सड़कें बनेंगी। इसमें निवेशक, किसान और सरकार मिलकर शहर का विकास करेंगे। इन शहरों में कवर्ड कॉलोनी, ग्रीन औद्योगिक क्षेत्र, सोलर सिस्टम, बाजार, मॉल, स्कूल, अस्पताल, मनोरंजन के साधन जैसी सारी सुविधाएं मौजूद होंगी। अच्छी बात यह है कि इन शहरों में 30 प्रतिशत जमीन ग्रीनरी के लिए रिजर्व रहेगी। इस जमीन पर केवल पेड़-पौधे लगाए जाएंगे.
जानिए कहां बनेगा ग्रीन फील्ड शहर
भोपाल (Bhopal) से लगे सीहोर जिले के पास नया ग्रीन फील्ड शहर बसाया जाएगा। सीहोर में पर्याप्त मात्रा में शुगर मिल की जमीन है। जहां नया शहर बसाने पर विचार हो रहा है। साथ ही मंडीदीप अब्दुल्लागंज के बीच और जबलपुर और कटनी के बीच भी एक-एक शहर होंगे। जबलपुर और कटनी के बीच लगभग 60 हेक्टेयर सरकारी जमीन भी देखी गई है। अभी इसका सर्वे का काम हो रहा है।
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5 लाख लोगों को मिलेगा रोजगार
नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के आयुक्त भरत यादव ने जानकारी दी कि मोहन यादव सरकार प्रदेश में नए ग्रीन फील्ड शहर बसाने की दिशा में योजना बना रही है। इसके लिए टी एंड सीपी और नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारी इन शहरों के लिए स्थान चयन पर विचार कर रहे हैं। जिससे यह शहर प्रमुख शहरों से ज्यादा दूर न हो और लोगों को वहां पर रोजगार भी मिले। अधिकारियों के मुताबिक इन शहरों के विकास से मध्य प्रदेश में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रुप से लगभग 5 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। हालांकि इसमें अभी अन्य विभागों को भी शामिल किया जाएगा, क्योंकि शहर के विकास में कई एजेंसियों की जिम्मेदारी होती है।
इकोनॉमिक कॉरिडोर के आसपास बसेंगे शहर
नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों ने आगे जानकारी दी कि रतलाम और पीथमपुर में नया शहर औद्योगिक शहर के रूप में बसाया जा सकता है। दरअसल, यहां से होकर दो इकोनॉमिक कॉरिडोर जा रहे हैं। ऐसे में दोनों रोड के किनारे नए ग्रीन फील्ड शहर बसाए जाएंगे।