Manmohan Singh: पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का निधन, पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
Manmohan Singh: देश के पूर्व प्रधानमंत्री और दुनिया के सबसे बेतरीन इकोनॉमिस्ट में से एक डॉ. मनमोहन सिंह (Dr. Manmohan Singh) 92 वर्ष की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया है। आपको बता दें कि पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह (Dr. Manmohan Singh) का 26 दिसंबर गुरुवार रात अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया। गुरुवार की शाम तबीयत खराब होने पर उन्हें दिल्ली AIIMS में भर्ती कराया गया था। जहां उन्होंने आखिरी सांस ली। वह दो बार भारत के प्रधानमंत्री रहे हैं। उन्होंने मई 2004 से मई 2014 तक केंद्र में कांग्रेस (Congress) के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) सरकार का नेतृत्व किया।
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डॉ. मनमोहन सिंह की मृत्यु के बारे में एक बयान जारी कर बताया गया कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र में निधन हो गया है। उन्हें उम्र संबंधी स्वास्थ्य बीमारियों के कारण 26 दिसंबर 2024 की शाम को आठ बजकर छह मिनट पर AIIMS में भर्ती कराया गया था।
पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें भारत के सबसे प्रतिष्ठित नेताओं में से एक बताया है, पीएम ने कहा कि जिनकी विरासत देश के इतिहास में अमर रहेगी। पीएम मोदी ने कहा, कि भारत अपने सबसे प्रतिष्ठित नेताओं में से एक डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन पर शोक मनाता है। साधारण परिवार से उठकर वह एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री बने। उन्होंने वित्त मंत्री सहित विभिन्न सरकारी पदों पर कार्य किया और सालों तक हमारी आर्थिक नीति पर एक मजबूत छाप छोड़ी। संसद में उनका हस्तक्षेप भी व्यावहारिक था। प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए व्यापक प्रयास किए।
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सीएम नीतीश कुमार ने भी दी श्रद्धांजलि
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी का निधन दुखद है। वे एक कुशल राजनेता एवं अर्थशास्त्री थे। उनके नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिला। डॉ. मनमोहन सिंह जी का निधन भारतीय राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर से दिवंगत आत्मा की चिर शांति के लिए प्रार्थना है।

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वहीं कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह ने असीम बुद्धिमत्ता और ईमानदारी के साथ भारत का नेतृत्व किया। उन्होंने कहा कि सिंह के निधन से उन्होंने एक मार्गदर्शक खो दिया है।
देश में 7 दिन का राष्ट्रीय शोक
आपको बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर पूरा देश स्तब्ध है। देश के महान सपूत के निधन के बाद देश में 7 दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान कर दिया गया है। इस दौरान तिरंगा आधा झुका रहेगा।
मनमोहन सिंह का पाकिस्तान में हुआ था जन्म
अविभाजित भारत जो अब पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गाह गांव में 26 सितंबर 1932 को गुरमुख सिंह और अमृत कौर के घर डॉ. मनमोहन सिंह का जन्म हुआ था। साल 1948 में पंजाब में अपनी मैट्रिक की पढ़ाई उन्होंने पूरी की। उनका शैक्षणिक करियर उन्हें पंजाब से ब्रिटेन के कैंब्रिज तक ले गया जहां उन्होंने 1957 में अर्थशास्त्र में प्रथम श्रेणी ऑनर्स की डिग्री हासिल की। मनमोहन सिंह ने इसके बाद 1962 में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के नाफील्ड कॉलेज से अर्थशास्त्र में डी.फिल की उपाधि प्राप्त की।
देश के वित्त मंत्री
उन्होंने 1985 के बाद प्लानिंग कमीशन से लेकर यूजीसी तक कई पदों पर सेवा दी। लेकिन साल 1991 तक आते—आते देश की राजनीति से लेकर इकोनॉमी तक कई बदलाव हो गए थे। देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव, जो उस समय गठबंधन की सरकार चला रहे थे। देश की आर्थिक स्थिति काफी खराब हो चुकी थी। ऐसे में पीवी नरसिम्हा राव देश की इकोनॉमी और फाइनेंस की बागडोर मनमोहन सिंह के हाथों में सौंपी। साल 1991 के जून में प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव ने मनमोहन सिंह को वित्त मंत्री चुना। उसके बाद जो उन्होंने देश में उदारीकरण की शुरुआत की उसका असर पूरे देश ने देखा।

