Ghaziabad News: गाजियाबाद के लोगों के लिए बड़ी खबर है। आपको बता दें कि गाजियाबाद (Ghaziabad) के खोड़ा (Khoda) में गंगाजल की लाइन बिछाने के काम में देरी की वजह से इस गर्मी में भी लोगों को भूमिगत दूषित जल (Underground Contaminated Water) से ही प्यास बुझानी होगी। खोड़ा की 10 लाख की आबादी 30 साल से गंगाजल की मांग कर रही है। लेकिन डीपीआर बन गई है। कागजी प्रक्रिया को जमीन पर उतारने की कोशिश जारी है।
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गंगाजल सप्लाई के लिए बना था 253.14 करोड़ का बजट
आपको बता दें कि 2018 में जल निगम ने खोड़ा में गंगाजल सप्लाई के लिए बजट बनाकर शासन को भेजा गया था। यह बजट तब पास नहीं हुआ था। 26 दिसंबर 2023 को उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) और नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने खोड़ा को नगर पालिका परिषद को अमृत 2.0 योजना में शामिल कर दिया था। इसके बाद मुख्य सचिव की अध्यक्षता में लखनऊ में बैठक बजट पर चर्चा की गई थी। इस योजना के तहत गंगाजल के लिए 253.14 करोड़ रुपये बजट बनाया गया था।
योजना के तहत नोएडा विकास प्राधिकरण से 50 एमएलडी पानी खोड़ के लिए लिया जाएगा। पेयजल लाइन से घर-घर तक पहुंचेगी। जल निगम द्वारा इसकी दोबारा से डीपीआर बनाकर शासन भेज दी गई थी। बता दें कि गंगाजल की डीपीआर 253.14 करोड़ की बजाय 208 करोड़ रुपये की बनी थी।
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डीपीआर और बजट को मिल चुकी है अनुमति
शासन में प्रशासनिक स्तर से डीपीआर और बजट की स्वीकृति मिल गई है। लेकिन इसके बाद भी फाइल अटकी हुई है। डीपीआर बनने के बाद लोगों को उम्मीद थी कि इस बार गंगाजल की मांग उनकी पूरी हो जाएगी लेकिन उनकी उम्मीदों पर फिरता नजर आ रहा है।
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर अचार संहिता लागू होने से पेयजल लाइन बिछाने का काम शुरू नहीं हुआ। लोगों का कहना है कि इस गंगाजल लाइन बिछाने में हो रही देरी के कारण भूमिगत जल स्तर कम होता जा रहा है। इस काम को जल्द से जल्द किया जाना चाहिए। अधिकारियों का कहना है कि अब चुनाव के बाद ही काम शुरू होगा।